India News (इंडिया न्यूज़), Bad Food for Diabetes: आजकल हमारे खान-पान की आदतें और जीवनशैली तेजी से बदल रही है। लोग अपने खाने को लंबे समय तक ताजा रखने और बेहतर स्वाद पाने के लिए कई तरह के प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड का इस्तेमाल करने लगे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन खाद्य पदार्थों में एक चीज ऐसी भी है, जो चीनी, आटे और तेल से भी ज्यादा खतरनाक है? यह चीज है माल्टोडेक्सट्रिन।
माल्टोडेक्सट्रिन एक सफेद रंग का पाउडर होता है, जो अक्सर मकई, आलू, गेहूं और चावल के स्टार्च से बनाया जाता है। इसका इस्तेमाल खाद्य उत्पादों के स्वाद, बनावट और शेल्फ लाइफ को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है। हालांकि, यह आपके स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।
माल्टोडेक्सट्रिन से मधुमेह का खतरा
माल्टोडेक्सट्रिन में टेबल शुगर की तुलना में अधिक ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) होता है। टेबल शुगर का जीआई 65 होता है, जबकि माल्टोडेक्सट्रिन का जीआई 110 होता है। इसका मतलब है कि यह रक्त शर्करा को तेजी से बढ़ा सकता है, जिससे मधुमेह का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
माल्टोडेक्सट्रिन किन चीज़ों में पाया जाता है?
माल्टोडेक्सट्रिन का इस्तेमाल कई आम खाद्य पदार्थों में किया जाता है, जिसमें डेसर्ट, प्रोटीन शेक, इंस्टेंट चाय और कॉफ़ी, पैकेज्ड सूप, सप्लीमेंट, पीनट बटर, आलू के चिप्स, पास्ता, बेक्ड उत्पाद, सलाद ड्रेसिंग, फ्रोजन मील, आर्टिफ़िशियल स्वीटनर और एनर्जी ड्रिंक शामिल हैं।
किडनी और लिवर पर असर
माल्टोडेक्सट्रिन का सेवन करने से आपके लिवर और किडनी की कार्यप्रणाली प्रभावित हो सकती है। लंबे समय तक इसका सेवन करने से पाचन तंत्र कमज़ोर हो सकता है और अंगों को नुकसान पहुँचने का जोखिम बढ़ सकता है।
सीलिएक रोग और एलर्जी का जोखिम
अगर आप सीलिएक रोग से पीड़ित हैं, तो माल्टोडेक्सट्रिन आपके लिए ज़्यादा ख़तरनाक साबित हो सकता है। यह गेहूं के स्टार्च से बनता है, जो ग्लूटेन लेवल को बढ़ा सकता है। इसके अलावा, इससे एलर्जी, वज़न बढ़ना, गैस, सूजन, त्वचा पर चकत्ते, अस्थमा और सांस लेने में तकलीफ़ जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।