India News (इंडिया न्यूज), Sign Of Damaged Kidney: पैरों और टखनों में लगातार सूजन होना एक सामान्य समस्या लग सकती है, लेकिन यह किडनी से जुड़ी गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है। अगर आप अपने पैरों पर उंगलियों से दबाते हैं और दबाने के बाद वहां गड्ढा (डिंपल) बनता है, तो इसे हल्के में न लें। यह किडनी में हो रही समस्याओं का संकेत हो सकता है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 30 प्रतिशत मरीज तब डॉक्टर के पास पहुंचते हैं जब उनकी किडनी की स्थिति काफी गंभीर हो चुकी होती है। इस स्थिति में इलाज के लिए सिर्फ दो ही विकल्प बचते हैं—डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट। ऐसे में किडनी की बीमारियों को शुरुआती चरण में पहचानना और उसका इलाज कराना बहुत जरूरी है।
किडनी से जुड़ी समस्याओं के लक्षण
1. पैरों और टखनों में सूजन (Water Retention)
- यह किडनी की खराबी का सबसे पहला संकेत है।
- किडनी सही तरीके से अतिरिक्त तरल पदार्थ को बाहर नहीं निकाल पाती, जिससे शरीर में वॉटर रिटेंशन होता है और पैरों में सूजन आ जाती है।
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2. हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीज
- हाई ब्लड प्रेशर ब्लड वैसल्स को नुकसान पहुंचाकर किडनी पर बुरा प्रभाव डालता है।
- डायबिटीज के कारण किडनी पर अतिरिक्त शुगर फिल्टर करने का दबाव होता है, जिससे किडनी कमजोर हो जाती है।
3. बार-बार यूरिन इंफेक्शन
- यूरिन में झाग आना या रंग बदलना किडनी फंक्शन की खराबी का संकेत हो सकता है।
4. थकान और कमजोरी
- किडनी के सही ढंग से काम न करने पर शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा हो जाते हैं, जिससे कमजोरी और थकान महसूस होती है।
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किडनी की समस्या का पता कैसे लगाएं?
किडनी की स्थिति का पता लगाने के लिए आप दो मुख्य टेस्ट करा सकते हैं:
1. ब्लड टेस्ट
- ब्लड टेस्ट के जरिए क्रिएटिनिन लेवल की जांच की जाती है।
- क्रिएटिनिन का बढ़ा हुआ स्तर किडनी फंक्शन में गिरावट का संकेत देता है।
2. यूरिन टेस्ट
- यूरिन में एल्ब्यूमिन प्रोटीन की उपस्थिति किडनी डैमेज का संकेत है।
- यूरिन टेस्ट के जरिए किडनी की कार्यक्षमता की सही स्थिति का पता लगाया जा सकता है।
पैरों की सूजन और ग्रेविटी का प्रभाव
- पैरों में सूजन का एक कारण गुरुत्वाकर्षण (ग्रेविटी) भी हो सकता है। जब शरीर में अतिरिक्त तरल पदार्थ होता है, तो यह गुरुत्वाकर्षण के कारण पैरों और टखनों की ओर खिंचता है। इससे बचने के लिए:
- दिन में कुछ समय के लिए पैरों को ऊंचा रखें।
- लंबे समय तक खड़े या बैठे रहने से बचें।
हालांकि, अगर यह समस्या बार-बार होती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
किडनी की समस्या से बचाव के उपाय
1. स्वस्थ आहार लें
- कम नमक और चीनी का सेवन करें।
- हरी सब्जियों और फलों को डाइट में शामिल करें।
2. पर्याप्त पानी पिएं
- दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, लेकिन डॉक्टर के निर्देशानुसार।
3. ब्लड प्रेशर और डायबिटीज को नियंत्रित रखें
- नियमित रूप से ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर की जांच कराएं।
4. धूम्रपान और अल्कोहल से बचें
ये डाल सकते हैं किडनी पर नकारात्मक प्रभाव
पैरों या टखनों में सूजन एक सामान्य समस्या लग सकती है, लेकिन यह गंभीर किडनी रोगों का संकेत हो सकती है। नियमित जांच और डॉक्टर की सलाह लेकर आप किडनी की बीमारियों को समय पर पहचान सकते हैं। छोटी दिखने वाली समस्याओं को नजरअंदाज न करें, क्योंकि यही आगे चलकर बड़ी परेशानी का कारण बन सकती हैं।
अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें और समय-समय पर ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट, और किडनी फंक्शन टेस्ट कराएं। याद रखें, समय पर इलाज ही गंभीर बीमारियों से बचाव का सबसे बेहतर उपाय है।
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।