Sleeping Position: अक्सर लोग सुकून से सोने के लिए कई बार करवटें बदलते रहते हैं। जब तक उन्हें सोने के लिए एक आरामदायक पोजिशन नहीं मिल जाती, उनको अच्छी नींद नहीं आती है। लोगों को अपने पसंद के मुताबिक सोना पसंद आता है। कुछ लोगों को सीधा सोने से नींद आती है, तो वहीं कुछ पेट के बल सोना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं सोने के कुछ तरीकों से आपको कई नुकासान और फायदे हो सकते हैं। तो आइए आज हम जानते हैं पेट के बल सोने से सेहत पर क्या असर पड़ता है।
शरीर में दर्द का बनता है कारण
पेट के बल सोने से नींद भले ही अच्छी आती हो, लेकन यह पोजिशन आपके शरीर में दर्द का कारण भी बन सकती है। बता दें की ऐसे सोने से पीठ और रीढ़ पर दबाव पड़ता है। पेट के बल सोने से आपका ज्यादा वजन शरीर पर आ जाता है। ऐसे में रीढ़ की हड्डी पर दबाव बनने लगता है। इसके अलावा ऐसे सोने के कारण शरीर के अन्य हिस्सों में भी दर्द की शिकायत होने लगती है।
शरीर सुन्न होना और गर्दन दर्द
पेट बल सोने से कई बार शरीर निष्क्रिय महसूस करता है। ऐसे में शरीर में झुनझुनाहट या दर्द की समस्या होने लगती है। इतना ही नहीं कई बार शरीर सुन्न भी पड़ जाता है। इस पोजिशन में सोने से अक्सर गर्दन में भी दर्द होने की भी दिक्कत होने लगती है।
पेट से जुड़ी परेशानी
पेट के बल सोना पेट के लिए भी अच्छा नहीं होता है। ऐसे सोने से आपको पेट से जुड़ी कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इस पोजिशन में सोने से पाचन तंत्र पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इतना ही नहीं इसके कारण आपको अक्सर अपच और एसिडिटी की परेशानी बनी रह सकती है।
प्रेग्नेंसी में ना सोएं पेट के बल
प्रेग्नेंसी में पेट के बल बिल्कुल भी नहीं सोना चाहिए। ऐसा करना आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। इसलिए प्रेग्नेंसी में पेट की बल सोने से बचें। पेट के बल सोने से गर्भ में पल रहे बच्चे पर बुरा असर पड़ता है। इसके अलावा कई सर्जरी में भी पेट के बल नहीं सोना चाहिए।
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