India News (इंडिया न्यूज), Heart Attack Symptoms in Womens: हाल के समय में डांस करते हुए गिरकर मौत हो जाने या एक्सरसाइज के दौरान जान गंवाने जैसी घटनाओं ने हमें सोचने पर मजबूर कर दिया है। इन घटनाओं की सबसे आम वजह हार्ट अटैक है। हालांकि, यह अचानक नहीं होता। खासतौर पर महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरुषों से अलग और काफी पहले से दिखाई देने लगते हैं। यदि इन्हें समय रहते पहचान लिया जाए, तो बड़ी समस्या से बचा जा सकता है।
जर्नल सर्कुलेशन (2016) में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, 43% महिलाओं ने हार्ट अटैक के दौरान सीने में दर्द की शिकायत नहीं की। महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण अक्सर अनदेखे रह जाते हैं। यहां कुछ ऐसे शुरुआती संकेत दिए गए हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना जानलेवा हो सकता है:
Heart Attack Symptoms in Womens: न सिर्फ पुरुषों में बल्कि महिलाओं में भी हफ्ते भर पहले ही दिखने लगते हैं Heart Attack के ये 7 साइंस
हार्ट अटैक की पहचान आमतौर पर सीने में दर्द से की जाती है। लेकिन महिलाओं में इसके विपरीत, दर्द के बजाय सीने में जकड़न या दबाव महसूस होता है। यह स्थिति अस्थायी हो सकती है और कई बार अपच या एसिडिटी जैसी लग सकती है। हालांकि, यह दिल पर दबाव का शुरुआती संकेत हो सकता है।
अगर शरीर बिना किसी स्पष्ट कारण के थकान महसूस करने लगे, तो इसे हल्के में न लें। साधारण काम, जैसे थोड़ी दूर चलना या हल्के सामान उठाने में भी अत्यधिक मेहनत जैसा महसूस होना, दिल पर अतिरिक्त दबाव का संकेत हो सकता है। यह लक्षण हार्ट अटैक से कई दिन या हफ्ते पहले दिखाई देने लगता है।
सांस फूलने की समस्या हमेशा फेफड़ों से संबंधित नहीं होती। अगर अचानक सांस लेने में कठिनाई होने लगे, तो यह दिल पर खतरे का संकेत हो सकता है।
मतली, पेट फूलना और उल्टी जैसी समस्याएं महिलाओं में फूड पॉइजनिंग या एसिड रिफ्लेक्स के समान दिख सकती हैं। हालांकि, यह हार्ट अटैक का प्रारंभिक लक्षण भी हो सकता है।
दिल का दर्द हमेशा छाती में नहीं होता। महिलाओं में यह दर्द जबड़े, गर्दन, कंधों, ऊपरी पीठ या बांहों तक फैल सकता है। इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।
कई महिलाओं को हार्ट अटैक से पहले ही संकट का आभास होने लगता है। उनमें भय, चिंता, या कुछ गलत होने की भावना उत्पन्न हो सकती है।
हार्ट अटैक से पहले महिलाओं को ठंडा पसीना आ सकता है। बिना मेहनत के या ठंडे वातावरण में भी पसीना आना हार्ट अटैक का चेतावनी संकेत हो सकता है।
हार्ट अटैक से बचाव के लिए इन लक्षणों को समझना और इन्हें नजरअंदाज न करना बेहद जरूरी है। यदि इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें। नियमित स्वास्थ्य जांच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर दिल की बीमारियों का खतरा कम किया जा सकता है। महिलाओं को अपने शरीर के इन संकेतों को पहचानने और गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।
आपका दिल, आपकी जिम्मेदारी!