इंडिया न्यूज:
आज के समय में हर व्यक्ति के दिनचर्या बड़ी अस्त व्यस्त तरीक से रहती है। पूरे दिनभर में व्यक्ति के पास ना खाने का कोई फिक्स समय होता है ना सोने का। इस वजह से काफी लोगों को कई तरह की बीमारियां घेर लेती हैं। लेकिन क्या आपको पता है अगर यही खान पान (ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर) समयनुसार हो तो सेहत पर क्या असर पड़ता है।
सुबह का नाश्ता: सबसे महत्वपूर्ण खाना होने के कारण ब्रेकफास्ट यानी नाश्ता एक राजा की तरह करना चाहिए, जो अक्सर हमारे बड़े-बूढ़े हमें देते हैं। यह जानना जरूरी है कि सुबह के समय ब्लड शुगर का लेवल उपयुक्त माने जाने वाले स्तर से कम होता है और शरीर की ऊर्जा खत्म हो चुकी होती है। सही समय पर और हेल्दी नाश्ता करने से से शरीर को एक्टिव और वजन को मेनटेन रखा जा सकता है। इससे मेटाबॉलिज्म भी सुधरता है।
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दोपहर का खाना: दोपहर के भोजन को जरूरी माना जाता है। क्योंकि यह जरूरी पोषक तत्वों के साथ शरीर को तरोताजा करने में मदद करता है। रोजमर्रा के काम करने की ऊर्जा देता है। काम के दबाव, मीटिंग का देर तक चलना, आॅफिस की डेडलाइन या फिर वजन कम करने के फेर में दोपहर का भोजन ना करना आम होता है। वेट कंट्रोल इंफॉर्मेशन नेटवर्क अनुसार जो लोग अक्सर खाना छोड़ देते हैं, उनका वजन उन लोगों की तुलना में ज्यादा बढ़ जाता है, जो दिन में थोड़ा-थोड़ा खाते हैं।
शाम का स्नैक्स: स्नैक्स सही मायने में भूख को नियंत्रित करने में कारगर होता है। जोकि खाने के तय समय से पहले ओवरईटिंग से बचाता है। स्नैक्स तरोताजा रखते हैं। काम पर ज्यादा फोकस करने में मदद करते हैं और ऊर्जा के स्तर को गिरने से बचाते हैं, लेकिन स्नैक जरूरी है इस चक्कर में अनहेल्दी खाना सही नहीं। बल्कि शकरकंद की चाट, साबुत फल, ग्रीन स्मूदी, चिल्ला जैसे हेल्दी आॅप्शन चुनें।
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रात का खाना: रात का खाना भी शरीर के लिए उतना ही जरूरी है, जितना दिनभर का बाकी भोजन। रात का खाना सेहतमंद होना जरूरी है। क्योंकि शरीर को अगले 8-10 घंटों के लिए भूखा रहना है। साथ ही रात में ग्लूकोज के स्तर को बनाए रखने के लिए जरूरी है। रात में रोटी-दाल, ग्रीन स्मूदी, शिमला मिर्च, मटर, आलू, सांभर, सोयाबीन, टोफू, फूलगोभी जैसी चीजें खाएं।
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