जीभ का रंग बदलने के पीछे कई वजह हो सकती हैं। जीभ के रंग से आप कई तरह की बीमारियों का अंदाजा लगा सकते हैं। जीभ जो आपको स्वाद का आभास कराती है। सिर्फ स्वाद पर ही इसकी पकड़ नहीं बल्कि आपकी सेहत से जुड़े राज भी यह जानती है। जीभ के रंग के आधार पर आप भी जान सकते हैं कि आपकी सेहत ठीक है या नहीं और अगर नहीं है तो आपको समस्या क्या है। रंग बदलने के पीछे कई वजह हो सकती है। जीभ के रंग से आप कई तरह की बीमारियों का अंदाजा लगा सकते हैं। हर इंसान की जीभ एक दूसरे से अलग दिखती है। वही हेल्दी जीभ की भी कुछ खासियत है। जब आपकी जीभ सामान्य पिंक की तरह न दिखे, तब आपको सतर्क होने की आवश्यकता है। जीभ का रंग पिंक से यदि किसी भी रंग का हुआ तो वह अनहेल्दी टंग की श्रेणी में आता है। तो आइए जानते हैं जीभ की रंग से अपनी सेहत के बारे में।
अगर आप की जीभ का रंग सफेद है तो इसका मतलब यह है कि आपकी बॉडी डिहाइड्रेट है और ओरल हाइजीन काफी खराब स्थिति में है। लेकिन अगर यह कोटिंग कॉटेज चीज की लेयर की तरह दिखती है तो इसका मतलब आपको लिकोप्लेकिया हो सकता है जो कि स्मोकिंग की वजह से होता है। इसके अलावा सफेद जीभ फ्लू की वजह से भी होती है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
स्वस्थ जीभ हल्की सफेदी के साथ गुलाबी रंग की होती है, लेकिन अगर जीभ लाल है तो इसका मतलब है कि गर्मी के कारण आपके शरीर में पानी की कमी है और इसकी वजह से ड्राई माउथ या माउथ अल्सर का खतरा बढ़ सकता है। हालांकि विटामिन बी-12 की कमी से भी माउथ अल्सर और लाल जीभ की समस्या हो सकती है। इसलिए यदि आपकी जीभ लाल है तो आप विटामिन बी-12 का सेवन करें और ढेर सारा पानी पिएं।
आपकी जीभ यदि पर्पल रंग की है तो इसका मतलब यह हुआ कि आपको दिल संबंधी परेशानी है या फिर शरीर में ब्लड सरकुलेशन ठीक से नहीं हो रहा है। वही पर्पल रंग की जीभ वाले लोगों कावास्की डिजीज भी देखी गई।
किसी भी व्यक्ति का नीली जीभ उसी स्थिति में होती है जब उसके शरीर में सही तरह से आॅक्सीजन की सप्लाई नहीं हो पाती। वही ब्लू टांग लंग्स संबंधी बीमारी या फिर किडनी संबंधी बीमारी की ओर इशारा करती है। यदि ऐसा लक्षण दिखे तो डॉक्टर की सलाह लेना चाहिए।
अगर जीभ में पीलापन है इसका मतलब शरीर में पौष्टिक तत्वों की कमी है। जिसे आप अपनी डाइट में बदलाव करके आसानी से ठीक कर सकते हैं। अगर आपके डाइजेस्टिव सिस्टम में कोई समस्या है या आपको लिवर या पेट की कोई दिक्कत है तो ऐसे में जीभ पर पीली कोटिंग जम जाती है। लेकिन इसके लिए आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है।
अगर आपकी जीभ काला रंग का होने लगा है तो आपको सावधान होने की जरूरत है। चेन स्मोकर्स की जीभ का रंग भी काला होने लगता है। इसके अलावा कैंसर, अल्सर या फंगल इंफेक्शन होने पर भी जीभ का रंग काला होने लगता है। इस बार ओरल हाइजीन की वजह से भी जीभ पर ऐसे बैक्टीरिया बनने लगते हैं, जिससे जीभ का रंग काला होने लगता है।
जो लोग ज्यादा कैफीन का सेवन करते हैं उनकी जीभ ब्राउन कलर की हो सकती है। कई स्मोकिंग करने वालों की जीभ का कलर भी ब्राउन हो जाता है। स्मोकिंग करने वाले लोगों की जीभ पर ब्राउन कलर की एक परमानेंट लेयर जम जाती है।
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