इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
Tuberculosis Bacteria Were Identified On 24 March : वैसे तो विश्व में 24 मार्च के दिन कई महत्वपूर्ण घटनाएं दर्ज हैं। वहीं इस दिन तपेदिक बीमारी के बैक्टीरिया की पहचान होने के कारण यह दिन खास माना जाता है। इसी कारण इस दिन को विश्व तपेदिक दिवस के रूप में मनाया जाता है।

आपको बता दें कि डा. राबर्ट कोच ने 24 मार्च 1882 को यह ऐलान किया था कि उन्होंने माइकोबैक्टीरियम टुबरोक्लोसिस का पता लगा लिया है। इसी बैक्टीरिया के कारण तपेदिक की बीमारी होती है। तभी से यह दिन विश्व तपेदिक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। इसके अलावा 24 मार्च 1946 के दिन ब्रिटेन का कैबिनेट मिशन भारत पहुंचा था।

अकेले उत्तर प्रदेश में देश के 20 प्रतिशत मरीज

भले ही सरकार इस बीमारी के खात्में के लिए अनेक कदम उठा रही है। सरकार द्वारा समय समय पर अभियान भी चलाए जाते हैं और लोगों को इस बारे में जागरूक भी किया जाता है।

वहीं दूसरी ओर यह बीमारी लगातार अपने पैर पसार रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार अकेले उत्तर प्रदेश में 13,941 बच्चे टीबी की बीमारी से ग्रस्त पाए गए हैं।

वहीं उत्तर प्रदेश में कुल 4 लाख 20 हजार टीबी के मरीज हैं। देश के 20 प्रतिशत टीबी के मरीज उत्तर प्रदेश में हैं। भारत में हर साल एक लाख मरीजों में से 211 की मौत हो जाती है। सात मरीज एचआईवी से पीड़ित पाए जाते हैं और 11 को एमडीआर हो जाता है।

क्या हैं टीबी के लक्षण? Tuberculosis Bacteria Were Identified On 24 March