India News (इंडिया न्यूज),Uric Acid: यूरिक एसिड एक प्राकृतिक रसायन है, जो शरीर में प्यूरीन के टूटने से बनता है। यह सामान्य रूप से रक्त में घुल जाता है और किडनी के माध्यम से पेशाब के जरिए बाहर निकल जाता है। लेकिन, जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, तो यह न सिर्फ जोड़ों में यूरिक एसिड क्रिस्टल के रूप में जमा हो सकता है, बल्कि किडनी पर भी दबाव डाल सकता है। आजकल की लाइफस्टाइल और खान-पान की आदतों के कारण यूरिक एसिड का बढ़ना काफी आम हो गया है।

कई लोग इस बीमारी से परेशान हैं और जल्द से जल्द यूरिक एसिड कम करने के उपाय चाहते हैं। क्योंकि कोई नहीं चाहता कि यह बीमारी लंबे समय तक रहे या खतरनाक स्तर पर पहुंच जाए। ऐसे में हाई यूरिक एसिड के लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है। जो आपको पेशाब में दिख सकते हैं। यहां हम कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बता रहे हैं जिनसे आप यूरिक का पता लगा सकते हैं।

मूत्र में यूरिक एसिड के उच्च स्तर के लक्षण

यूरिक एसिड असंतुलन मूत्र में कई तरह के लक्षण पैदा कर सकता है। इन लक्षणों को पहचानना महत्वपूर्ण है ताकि समय रहते उपचार शुरू किया जा सके।

पेशाब का रंग गहरा होना

जब यूरिक एसिड बढ़ता है, तो पेशाब का रंग गहरा पीला या भूरा हो सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अधिक यूरिक एसिड पेशाब को गाढ़ा कर देता है।

पेशाब में झाग आना

अगर पेशाब में झाग बनने लगे, तो यह यूरिक एसिड बढ़ने का संकेत हो सकता है। यह स्थिति किडनी पर बढ़ते दबाव को दर्शाती है।

जलन

पेशाब करते समय जलन महसूस होना यूरिक एसिड बढ़ने का एक आम लक्षण है। यह स्थिति तब होती है जब यूरिक एसिड बढ़ने की वजह से पेशाब अम्लीय हो जाता है।

बार-बार पेशाब आना

जब यूरिक एसिड बढ़ता है, तो बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है। इससे आपके शरीर में डिहाइड्रेशन भी हो सकता है।

पेशाब से बदबू आना

अगर पेशाब में बदबू आ रही है, तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि यूरिक एसिड का स्तर खराब हो गया है। यह स्थिति किडनी के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है।

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बढ़े हुए यूरिक एसिड का किडनी पर असर

  • किडनी में पथरी: यूरिक एसिड के क्रिस्टल किडनी में जमा हो सकते हैं और पथरी का कारण बन सकते हैं।
  • किडनी फेल होने का खतरा: अगर यूरिक एसिड लंबे समय तक बढ़ा रहता है, तो यह किडनी के कामकाज को प्रभावित कर सकता है और किडनी फेल होने का खतरा बढ़ा सकता है।
  • ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस: यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें किडनी के फिल्टर खराब हो जाते हैं, जिससे पेशाब में प्रोटीन और खून आने लगता है।

यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के उपाय

  • स्वस्थ आहार अपनाएं: प्यूरीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे रेड मीट, सीफूड और शराब से बचें।
  • हाइड्रेटेड रहें: शरीर से यूरिक एसिड को बाहर निकालने के लिए दिन भर में खूब पानी पिएं।
  • व्यायाम: नियमित व्यायाम वजन को नियंत्रित करने और यूरिक एसिड के स्तर को सामान्य रखने में मदद करता है।
  • डॉक्टर से सलाह लें: अगर आपको यूरिक एसिड के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और दवा लें।

यूरिक एसिड का बढ़ा हुआ स्तर न केवल जोड़ों और हड्डियों को प्रभावित करता है, बल्कि किडनी के कामकाज को भी प्रभावित कर सकता है। पेशाब में दिखने वाले संकेतों को नज़रअंदाज़ न करें और समय रहते उचित उपाय करें। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप इस समस्या से बच सकते हैं।

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