इंडिया न्यूज (Why Does Dengue malaria increase During monsoon)
बारिश का मौसम कई तरह की बीमारियों को जन्म देता है। इस मौसम में सर्दी-खांसी, जुकाम-बुखार के साथ साथ डेंगू और मलेरिया के मामले भी काफी बढ़ जाते हैं। तो आइए जानते हैं आखिर मानसून में लोग इतने बीमार क्यूं होते हैं।

मलेरिया बरसात के मौसम में ज्यादा होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जलभराव और हयूमिडिटी मच्छरों के लिए उपयुक्त प्रजनन वातावरण प्रदान करते हैं। कई दिनों के रखे हुये पानी में ही इन बीमारियों का मच्छर पनपता है। डबल्यूएचओ के अनुसार मलेरिया और डेंगू बच्चों में मृत्यु का तीसरा सबसे बड़ा कारण है।

ऐसे में कई लोग यह सोच सकते हैं कि मेलेरिया और डेंगू इतना ज्यादा घटक नहीं है या इससे परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। मगर ऐसा नहीं है, यदि इसका सही समय पर पता न लगाया जाए और इलाज न किया जाए, तो ये जानलेवा बीमारी साबित हो सकती है।

डेंगू-मलेरिया के लक्षण?

सिरदर्द होना। मांसपेशियों, हड्डी या जोड़ों में दर्द होना। जी मिचलाना। उल्टी आना। आंखों के पीछे दर्द होना। शरीर में सूजन आना। रैश पड़ना। थकान आदि रहना।

डेंगू-मलेरिया से बचाने के उपाए?

सुनिश्चित करें कि आप रात में अपनी खिड़कियां और दरवाजे खुले नहीं रखें। क्योंकि रात में मच्छर सक्रिय हो जाते हैं और अधिक जोखिम पैदा करते हैं। मॉस्किटो रिपेलेंट क्रीम लगाएं और मच्छरदानी के नीचे सोएं। अपने घर और आसपास को साफ रखें। शाम को अपने हाथ और पैर को ढकने के लिए लंबी बाजू के कपड़े पहनें। क्योंकि तब मच्छर सबसे अधिक सक्रिय होते हैं। बुखार जैसे लक्षणों पर नजर रखें। जैसे आपको मलेरिया के किसी भी संभावित लक्षण का पता चलता है तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें।

ये भी पढ़ें : कांग्रेस रसातल में तो आप पसर गई- ओपी धनखड़
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
Connect With Us : Twitter | Facebook | Youtube