India News (इंडिया न्यूज),Pregnancy: गर्भावस्था के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिनमें से कुछ का एहसास भी नहीं होता। इन्हीं बदलावों में से एक है योनि स्राव में बदलाव। गर्भावस्था के पहले हफ़्ते में सफ़ेद स्राव आना आम बात है। इसे ल्यूकोरिया भी कहते हैं। यह योनि से निकलने वाला गाढ़ा, सफ़ेद या हल्का पीला स्राव होता है। यह स्राव गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में होने वाले हॉर्मोनल बदलावों के कारण होता है। जैसे-जैसे आपके शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का स्तर बढ़ता है, वे योनि की दीवारों को मोटा बनाते हैं और उनमें ज़्यादा रक्त वाहिकाएँ होती हैं। इससे स्राव में वृद्धि होती है।
सफ़ेद स्राव के कारण
- गर्भावस्था के दौरान एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का स्तर बढ़ता है। इन हॉर्मोन में बदलाव से योनि की दीवारें मोटी हो जाती हैं और उनमें ज़्यादा रक्त वाहिकाएँ होती हैं, जिससे स्राव में वृद्धि होती है।
- गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय ग्रीवा नरम और ज़्यादा संवेदनशील हो जाती है। इससे स्राव में थोड़ी वृद्धि हो सकती है।
- संभोग के बाद भी योनि स्राव हो सकता है।
डॉक्टर को कब दिखाना ज़रूरी?
- अगर डिस्चार्ज का रंग गहरा और गाढ़ा हो जाए या उसमें से बदबू आने लगे, तो यह संक्रमण का संकेत हो सकता है।
- योनि में खुजली या जलन संक्रमण या एलर्जी का संकेत हो सकता है।
- अगर पेट या योनि में दर्द हो, तो यह किसी गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है।
- अगर आपको ज़्यादा तनाव और कमज़ोरी महसूस हो, तो अपने डॉक्टर से बात करें।
- सफ़ेद डिस्चार्ज को कम करने के उपाय
- कॉटन अंडरवियर हवादार होता है और नमी को दूर करने में मदद करता है।
- पैड या पैंटी लाइनर डिस्चार्ज को सोखने में मदद कर सकते हैं।