डॉ. सैमुएल हैनिमन की जयंती के पावन अवसर पर, जिन्हें होम्योपैथी का जनक माना जाता है, बर्नेट होम्योपैथी प्रा. लि. ने वर्ल्ड होम्योपैथी समिट 3 का आयोजन कोथेन, जर्मनी में सफलता पूर्वक किया। यह वही शहर है जिसे शास्त्रीय होम्योपैथी की वैश्विक राजधानी कहा जाता है। इस आयोजन का नेतृत्व बर्नेट होम्योपैथी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. नितीश दुबे ने किया। इससे पहले उन्होंने दुबई में सफलतापूर्वक दूसरी समिट आयोजित की थी, और अब कोथेन में यह तीसरा अध्याय ऐतिहासिक बन गया।
समिट में अमेरिका, ब्राज़ील, सर्बिया, नीदरलैंड, यूके सहित कई देशों के 200 से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टरों और रिसर्चरों ने भाग लिया। प्रमुख अतिथियों में थे:
वर्ल्ड होम्योपैथी समिट 2025,
डॉ. लॉरी ग्रॉस्मैन (USA)
प्रो. रोनाल्ड मोरी (UK)
प्रो. डॉर्ली और प्रो. लियोनी (ब्राज़ील)
डॉ. वेसना मारीन्कोविच (सर्बिया)
डॉ. मार्टिन (नीदरलैंड)
डॉ. नितीश दुबे (भारत)
इस समिट में प्रतिभागियों को डॉ. हैनिमन के जन्मस्थल और कार्यस्थल की विशेष यात्रा करवाई गई, जहां उन्होंने इतिहास की झलक महसूस की। इसके अतिरिक्त, यूरोपीयन लाइब्रेरी ऑफ होम्योपैथी में रिसर्च-आधारित चर्चाएं, केस स्टडीज़ और ज्ञान-विनिमय सत्रों का आयोजन किया गया।
60 से अधिक डॉक्टरों को होम्योपैथी में विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस समारोह में विशेष उपस्थिति रही:
Eoin Morgan, इंग्लैंड की वर्ल्ड कप विजेता टीम के पूर्व कप्तान
बास्टियन बेर्नहागेन, कोथेन से सांसद
डॉ. नितीश दुबे ने अपने समापन भाषण में कहा, “कोथेन केवल एक स्थान नहीं, हर होम्योपैथ के लिए तीर्थ है। यहां समिट आयोजित करना केवल सम्मान नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी थी। हम सब मिलकर डॉ. हैनिमन की विरासत को और ऊँचाई देंगे।”