क्या आप ब्लड सुगर से परेशान हैं? वैज्ञानिकों का यह दावा खत्म कर सकता है आपका तनाव

क्या आप ब्लड सुगर(Diabetes) से परेशान हैं? अगर हां, तो अब आप इस परेशानी से छुटकारा सकते हैं। दरअसल, इस गंभीर समस्या के हल को लेकर वैज्ञानिक दिन-रात नए-नए अध्ययन पर शोध कर रही है। इसी सिलसिले में वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन किया है जिसमें उन्होंने दावा किया है कि डायबिटीज से परेशान लोग इन विशेष खाद्य पदार्थों के इस्तेमाल के बाद दो हफ्तों के भीतर अपने ब्लड सुगर पर काबू पा सकते हैं।

हाइलाइट्स:

  • डायबिटीज से संबंधित वैज्ञानिकों ने की नई खोज
  • बैंगनी रंग के खाद्य पदार्थ के इस्तेमाल से कम होगा इसका खतरा
  • लाल मूली, काली गाजर, लाल गोभी, बैंगनी शकरकंद और अंगूर जैसे खाद्य पदार्थ का इस्तेमाल फायदेमंद

दरअसल, जर्नल ऑफ एग्रीकल्चरल एंड फूड केमिस्ट्री में प्रकाशित एक नए अध्ययन में बताया गया है कि बैंगनी रंग के चीजें खाने से डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है और यह उसके खतरे को भी कम करने में सहायक होती है।

खाने में इन खाद्य पदार्थो का करें इस्तेमाल

वैज्ञानिकों ने माना है कि बैंगनी रंग के फल-सब्जियों में पॉलीफेनोल्स की मात्रा अधिक होती है। खाने की चीजों को लाल, नारंगी, नीला या बैंगनी रंग देने के लिए पॉलीफेनोल्स-एंथोसायनिन का एक विशेष वर्ग जिम्मेदार है। NCBI में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन से पता चला है कि एंथोसायनिन से भरपूर चीजें, विशेष रूप से जामुन खाने से टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम कम होता है। अध्ययन के अनुसार, एल्डरबेरी, ब्लैकबेरी और ब्लैककरंट में मुख्य रूप से नॉनएसिलेटेड एंथोसायनिन होते हैं, जबकि एसाइलेटेड एंथोसायनिन लाल मूली, बैंगनी मकई, काली गाजर, लाल गोभी और बैंगनी शकरकंद और अंगूर में पाए जाते हैं।

चूहों पर किया गया अध्ययन

अध्ययन में शोधकर्ताओं ने डायबिटीज से पीड़ित चूहों को दो हफ्ते तक शहतूत का रस दिया था। शहतूत में नॉनएसिलेटेड एंथोसायनिन नांम का रसायन पाया जाता है। उन्होंने पाया कि दो हफ्ते बाद चूूहों का ब्लड शुगर लेवल लगभग 30 प्रतिशत कम था। 

अनुमानन 77 मिलियन लोग हैं इससे प्रभावित

उल्लेखनिय है कि, डायबिटीज (Diabetes) एक पुरानी और तेजी से बढ़ती बीमारी है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के अनुसार, भारत में 18 वर्ष से अधिक आयु के 77 मिलियन लोग टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित हैं और लगभग 25 मिलियन लोग प्रीडायबिटीज हैं यानी जिसे निकट भविष्य इस बीमारी का जोखिम है। यह रोग तब होता है, जब अग्न्याशय पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता या उसका प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं कर पाता है। इंसुलिन एक ऐसा हार्मोन है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है।

Suman Saurabh

सुमन सौरभ (Suman Saurabh) 26 वर्ष के हैं। वह इंडिया न्यूज डिजिटल में बतौर कंटेट राइटर (न्यूज) पर अपनी सेवा दे रहे हैं। उनसे suman.saurabh@itvnetwork.com पर संपर्क किया जा सकता है। इन्होंने अपने प्रोफेशनल करियर की शुरुआत साल 2020 से की है। अपने करियर में वे राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, राजनीति, फीचर और खेल डेस्क पर काम कर चुके हैं। इसके साथ ही उत्तरप्रदेश(2022) और बिहार(2020) में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान इन्होनें फील्ड पर रिपोर्टिंग भी की। सुमन मूल रूप से बिहार के लखीसराय जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन व दिल्ली से पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है।

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