India News (इंडिया न्यूज), Damaged Liver: लिवर शरीर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है, जो डिटॉक्सिफिकेशन, मेटाबोलिज्म और पोषक तत्वों के संग्रहण जैसे कार्यों में प्रमुख भूमिका निभाता है। हालांकि, आधुनिक जीवनशैली और कुछ आदतें इसे गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती हैं। आइए लिवर खराबी के कारणों, शुरुआती संकेतों और इससे बचने के उपायों को विस्तार से समझते हैं।
लिवर खराब होने के प्रमुख कारण
अत्यधिक शराब का सेवन: शराब का अत्यधिक सेवन लिवर की कोशिकाओं को क्षति पहुंचाकर सिरोसिस का कारण बन सकता है।
वायरल संक्रमण: हेपेटाइटिस बी और सी जैसे संक्रमण लिवर को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं।
मोटापा: मोटापे के कारण नॉन-अल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) विकसित हो सकती है।
आनुवंशिकता: कुछ आनुवंशिक विकार जैसे हेरेडिटरी हेमोक्रोमाटोसिस लिवर पर प्रभाव डाल सकते हैं।
अनुचित खानपान और दवाओं का दुरुपयोग: जंक फूड, तैलीय भोजन और बिना डॉक्टर की सलाह के दवाओं का सेवन लिवर को कमजोर कर सकता है।
शराब का सेवन नियंत्रित करें: अत्यधिक शराब से बचें और लिवर को स्वस्थ रखने के लिए संयमित मात्रा में सेवन करें।
संतुलित आहार लें: फल, सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोटीन युक्त आहार शामिल करें। जंक फूड से परहेज करें।
वजन प्रबंधन: नियमित व्यायाम और स्वस्थ आहार के जरिए वजन को नियंत्रित रखें।
सुरक्षित जीवनशैली अपनाएं: हेपेटाइटिस बी और सी से बचने के लिए टीकाकरण कराएं और संक्रमण से बचने के लिए स्वच्छता का ध्यान रखें।
डॉक्टर की सलाह पर दवा लें: किसी भी दवा का सेवन बिना परामर्श के न करें।
नियमित स्वास्थ्य जांच: लिवर की स्थिति का समय-समय पर परीक्षण कराएं।
लिवर खराबी के शुरुआती संकेतों को पहचानना और समय पर उपचार कराना बेहद जरूरी है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर, संतुलित आहार लेकर, और नियमित जांच कराकर लिवर की समस्याओं से बचा जा सकता है। याद रखें, लिवर शरीर का मुख्य फिल्टर है, इसकी देखभाल करना आपकी सेहत की प्राथमिकता होनी चाहिए।