Amazing Benefits Of Bael Fruit And leaves
नेचुरोपैथ कौशल
बेल (बिल्व, लकड़ी सेब, पत्थर सेब) अत्यधिक, ऊर्जावान, विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट में समृद्ध है।पल्प में बड़ी मात्रा में खाद्य गोंद और श्लेष्म होता है जो म्यूकोसा के सुरक्षात्मक आवरण प्रदान करता है।औषधीय गुणों में से अधिकांश खाद्य गोंद और श्लेष्म के कारण होते हैं जो घुलनशील फाइबर की अच्छी गुणवत्ता वाले होते हैं।
बेल का वृक्ष बहुत प्राचीन है।
- यह लगभग 20-30 फुट ऊंचा होता है।
- इसके पत्ते जुड़े हुए त्रिफाक और गंधयुक्त होते हैं।
- इसका फल 3-4 इंच व्यास का गोलाकार और पीले रंग का होता है।
- बीज कड़े और छोटे होते हैं।
- बेल के फल का गूदा और बीज एक उत्तम विरेचक (पेट साफ़ करने वाले ) माने जाते हैं।
- बेल शर्करा को कम करने वाला, कफ व वात को शांत करने वाला, अतिसार, मधुमेह, रक्तार्श, श्वेत प्रदर व अति रज: स्राव को नष्ट करने वाला होता है!
आइए जानते हैं बेल के औषधीय गुण – (Amazing Benefits Of Bael Fruit And leaves)
- पके हुए बेल का शर्बत पुराने आंव की महाऔषधि है। इसके सेवन से संग्रहणी रोग बहुत जल्दी ही दूर हो जाता है।
- बेल का मुरब्बा खाने से पित्त व अतिसार में लाभ होता है। पेट के सभी रोगों में बेल का मुरब्बा खाने से लाभ मिलता है।
- दस ग्राम बेल के पत्तों को 4-5 कालीमिर्च के साथ पीसकर उसमे 10 ग्राम मिश्री मिलकर शरबत बना लें।
- इसका दिन में तीन बार सेवन करने से पेट दर्द ठीक हो जाता है।
- बेल के गूदे को गुड़ मिलाकर सेवन करने से रक्तातिसार (खूनी दस्त ) के रोगी का रोग दूर हो जाता है।
- मिश्री मिले हुए दूध के साथ बेल की गिरी के चूर्ण का सेवन करने से, खून की कमी व शारीरिक दुर्बलता दूर होती है।
- बेल के पत्तों को पीसकर छान लें, इस 10 मिलीलीटर रस के प्रतिदिन सेवन से मधुमेह में शर्करा आना कम हो जाती हैं।
(Amazing Benefits Of Bael Fruit And leaves)
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