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Amla For The Treatment of Terrible Diseases भयानक से भयानक बीमारियों का उपचार करें आंवला

Neelima Sargodha • LAST UPDATED : November 15, 2021, 1:49 pm IST

Amla For The Treatment of Terrible Diseases : नेचुरोपैथ कौशल

भूमि आंवला Amla For The Treatment of Terrible Diseases

भयानक से भयानक बीमारियों का उपचार..
● भूमि आंवला एक छोटा सा पौधा है जो यकृत/लीवर व गुर्दे/किडनी के रोगो मे चमत्कारी लाभ करता है।
● वैसे यह बरसात मे अपने आप उग जाता है परंतु छायादार नमी वाले स्थानो पर पूरा साल मिलता है।
● इसके पत्ते के नीचे छोटा सा फल लगता है जो देखने मे आंवले जैसा ही दिखाई देता है।
● बरसात मे यह मिल जाए तो इसे उखाड़ कर रख लें व छाया मे सूखा कर रख लें।
● जड़ी बूटी की दुकान से आसानी से मिल जाता है।

मात्रा Amla For The Treatment of Terrible Diseases

● आधा चम्मच चूर्ण पानी के साथ दिन मे 2-4 बार तक।
● या पानी मे उबाल कर छान कर भी दे सकते हैं।
● ताजे फलों का रस अधिक गुणकारी है।
● पीलिया किसी भी कारण से हो चाहे पीलिया का रोगी मौत के मुंह मे हो यह देने से बहुत अधिक लाभ होता है।
● अन्य दवाइयो के साथ भी दे सकते (जैसे कुटकी/ रोहितक/ भृंगराज) अकेले भी दे सकते हैं।

लिवर सिरोसिस Amla For The Treatment of Terrible Diseases

जब लिवर या यकृत मे घाव हो जाते हैं यकृत सिकुड़ जाता है उसमे भी बहुत लाभ करता है।

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फैटी लिवर.. Amla For The Treatment of Terrible Diseases

जब लिवर या यकृत मे सूजन आ जाती है, उस स्थिति में लेने से ये बहुत लाभ करता है।

गुर्दे (किडनी) Amla For The Treatment of Terrible Diseases

● सीरम क्रिएटिनिन (SERUM CREATININ) बढ़ गया हो या पेशाब मे इन्फेक्शन हो
तो बहुत लाभ होगा।
● इसका कोई साइडेफेक्ट नहीं है।
● लीवर व किडनी के रोगी को खाने मे घी तेल मिर्च खटाई व सभी दाले बंद कर देनी चाहिए।
● मूंग की दाल कम मात्रा मे ले सकते हैं।

मिर्च के लिए कम मात्र मे काली मिर्च व खटाई के लिए अनारदाना प्रयोग करना चाहिए।
● भोजन मे चावल का अधिक प्रयोग करना चाहिए।
● हरे नारियल का पानी बहुत अच्छा है।

भोजन कैसा करें.? Amla For The Treatment of Terrible Diseases

1- सभी किस्म की दाले बंद कर दें।
केवल मूंग बिना छिलके की दाल ले सकते हैं।

2- लाल मिर्च, हरी मिर्च, अमचूर, इमली, गरम मसाला और पैकेट का नमक बंद कर दें।
3- सैंधा नमक और काली मिर्च का प्रयोग करे बहुत कम मात्रा मे।
4- यदि खटाई की इच्छा हो खट्टा सूखा अनारदाना प्रयोग करे।
5- प्रतिदिन लगभग 50 ग्राम किशमिश/दाख/ मुनक्का (सूखा अंगूर), खजूर व सुखी अंजीर पानी मे धो कर खिलाए।
6- चावल उबालते समय जो पानी (माँड़) निकलता है वह ले।
वह स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है।
7- गेहू का दलिया, लौकी की सब्जी, परवल की सब्जी दे।
8- भिंडी, घुइया (अरबी), कटहल आदि न खाए।
9- सफ़ेद पेठा (कूष्माण्ड जिसकी मिठाई बनाई जाती है) वह मिले तो उसका रस पिए व उसकी सब्जी खाए।
10- पीले रंग का पेठा जिसे काशीफल या सीताफल कहते हैं वह न खाए।

Amla For The Treatment of Terrible Diseases

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