इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Disadvantages Of Artificial Sweet Drinks : एक सप्ताह में एक या उससे कम डाइट ड्रिंक लेने वाली महिलाओं की तुलना में, दिन में दो या अधिक पेय पीने वाली महिलाओं में स्ट्रोक का रिस्क 23% बढ़ा हुआ था। एक सप्ताह में एक या उससे कम डाइट ड्रिंक लेने वाली महिलाओं की तुलना में, दिन में दो या अधिक पेय पीने वाली महिलाओं में स्ट्रोक का रिस्क 23% बढ़ा हुआ था।
(Disadvantages Of Artificial Sweet Drinks)
ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन ने पाया है कि कृत्रिम रूप से मीठे पेय यानी आर्टिफिशियल मीठे से युक्त ड्रिंक्स का सेवन और स्ट्रोक, हार्ट डिजीज और मौत के रिस्क के बीच संबंध पाया गया है।
इस रिसर्च में पाया गया है कि एक दिन में दो से ज्यादा डाइट ड्रिंक्स पीने वाली महिलाओं में इसका खतरा सबसे ज्यादा होता है। ये निष्कर्ष 80 हजार से ज्यादा महिलाओं पर की गई स्टडी पर बेस्ड है, जिन्होंने वुमेन हेल्थ इनिशिएटिव स्टडी में भाग लिया।
आमतौर पर ऐसा कहा जाता है कि इंसान की उम्र कुदरत तय करती है, बहुत हद तक ये बात सही भी है। लेकिन उम्र और हेल्थ पर हमारे खानपान यानी डाइट का भी असर होता है इससे भी इनकार नहीं किया जा सकता है।
हिंदुस्तान अखबार में छपी न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, अब एक नई रिसर्च में दावा किया गया है कि हमारे द्वारा चयन किए जाने वाले पेय पदार्थ यानी पीने वाली चीजें भी उम्र पर असर डाल सकती हैं।
(Disadvantages Of Artificial Sweet Drinks)
इस रिसर्च में बताया गया है कि कृत्रिम मिठास वाले पेय लंबी उम्र में बाधा बन सकते हैं। नेशनल हेल्थ सर्वे (ठऌर) के आंकड़ों के मुताबिक आज हर 6 में से एक शख्स की उम्र 65 साल या उससे अधिक है। और साल 2050 ये संख्या चार में से 1 हो जाएगी।
हालांकि हम लंबी उम्र के मामले में प्रगति कर रहे हैं लेकिन ऐसे कई कारक मौजूद है, जो हेल्थ प्रॉब्लम्स का रिस्क बढ़ा सकते हैं। इनमें व्यक्ति की डाइट और लाइफस्टाइल से संबंधित कारक शामिल हैं।
इस शोध से पता चला है कि कुछ पेय पदार्थ आपकी लंबी उम्र को कम कर सकते हैं और स्ट्रोक जैसे रिस्क को बढ़ाते हैं। इसलिए अगर आप लंबी आयु की हसरत रखते हैं तो पेय पदार्थों का सिलेक्शन सोच समझकर करें।
फाउंडेशन ने पाया है कि कृत्रिम रूप से मीठे पेय यानी आर्टिफिशियल मीठे से युक्त ड्रिंक्स का सेवन और स्ट्रोक, हार्ट डिजीज और मौत के रिस्क के बीच संबंध पाया गया है। इस रिसर्च में पाया गया है कि एक दिन में दो से ज्यादा डाइट ड्रिंक्स पीने वाली महिलाओं में इसका खतरा सबसे ज्यादा होता है। ये निष्कर्ष 80 हजार से ज्यादा महिलाओं पर की गई स्टडी पर बेस्ड है, जिन्होंने वुमेन हेल्थ इनिशिएटिव स्टडी में भाग लिया।
एक डाइट ड्रिंक के माप के रूप में 12 फ्लूड आउंस कैन का उपयोग किया गया था। स्टडी में शामिल अधिकतर महिलाओं (64।1%) ने कहा कि उन्होंने कभी भी या सप्ताह में एक बार से कम डाइट ड्रिंक, जैसे डाइट कोला का सेवन नहीं किया।
केवल 5।1% ने एक दिन में दो या अधिक कृत्रिम रूप से मीठे पेय का सेवन किया। इन महिलाओं के मोटे होने और कम एक्सरसाइज करने की संभावना अधिक थी, हालांकि स्टडी के परिणामों को उन कारकों को ध्यान में रखते हुए समायोजित किया गया जो हार्ट डिजीज और स्ट्रोक के रिस्क को प्रभावित कर सकते हैं।
(Disadvantages Of Artificial Sweet Drinks)
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