नेचुरोपैथ कौशल :
Various Medicinal Uses Of Barley : हमारे ऋषि मुनियों का प्रमुख आहार जौ ही था। प्राचीन वैदिक काल तथा आयुर्वेदीय निघण्टुओं एवं संहिताओं में इसका वर्णन प्राप्त होता है। भावप्रकाश निघण्टुमें तीन प्रकार के भेदों का वर्णन प्राप्त होता है।
(Various Medicinal Uses Of Barley)
स्वाद एवं आकृति के दृष्टिकोण से जौ, गेहूँ से भिन्न दिखाई पड़ते हैं किन्तु यह गेहूँ की जाति का ही अन्न है।
अगर गुण की दृष्टि से देखा जाए तो जौ गेहूं की अपेक्षा हल्का होता है।
जौ को भूनकर, पीसकर उसका सत्तू बनता है। जौ में लैक्टिक एसिड, सैलिसिलिक एसिड, फॉस्फोरिक एसिड, पोटैशियम और कैल्शियम होता है।
(1)- एक लीटर पानी में एक कप जौ को उबालकर इस पानी को ठंडा करके छानकर पीने से शरीर की की सूजन ख़त्म हो जाती है।
(2)- जौ का सत्तू खाने या पीने से अधिक गर्मी में शरीर को ठंडक मिलती है!
(3)- जौ को बारीक पीस कर तिल के तेल में मिलाकर शरीर के जले हुए भाग पर लगाने से लाभ होता है!
(Various Medicinal Uses Of Barley)
(4)- जौ का आटा 50 ग्राम और चने का आटा 10 ग्राम मिलाकर रोटी बनाएं! इस आटे की रोटी से मधुहेह नियंत्रित हो जाता है!
(5)- उबले हुए जौ का पानी प्रतिदिन सुबह शाम पीने से शरीर में खून बढ़ता है!
जौ का पानी गर्मियों में पीने से अधिक लाभ मिलता है!
(Various Medicinal Uses Of Barley)