India News HP (इंडिया न्यूज़), Himachal Monsoon Session: हिमाचल प्रदेस के CM सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बताया कि 9 महीने के अंदर पात्र युवा विधवाओं को करुणामूलक आधार पर नौकरियां मिलेगी। बता दें कि कांग्रेस सरकार के इस कार्यकाल में सभी लंबित आवेदन निपटाए जाएंगे। भर्ती नियमों में बदलाव किए जा रहे है। द्वितीय और तृतीय श्रेणी में भी नौकरियां देने का विचार किया जा रहा है।
मानसून सत्र का दूसरा दिन
विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन सदन में सवाल के दौरान BJP के विधायक जनकराज ने करुणामूलक आधार पर नौकरियां नहीं मिलने का बड़ा मामला उठाया। इस पर CM सुक्खू ने बताया कि शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अध्यक्षता वाली कैबिनेट सब कमेटी 6 महीने के अंदर रिपोर्ट जमा करवाएगी। CM ने कहा कि 1 साल में 180 युवाओं को करुणामूलक नौकरियां मिली हैं। पूर्व की BJP सरकार अपने कार्यकाल में 1,435 नौकरियां नहीं दे पाई। उन्होंने कहा कि नई नीति के लिए विपक्ष के सदस्यों को भी सुझाव देने चाहिएं। अगर जरुरत पड़ी तो कमेटी में विपक्ष की ओर से भी सदस्य बनाए जाएंगे।
432 दिन से हड़ताल पर बैठे
विधायक जनकराज ने बताया कि प्रदेश में करुणामूलक नौकरी के 1,415 से ज्यादा मामले पड़ें हुए हैं। करुणामूलक आश्रित 432 दिन से हड़ताल पर बैठे हुए हैं। विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि सरकार को सभी विधायकों से राय लेनी चाहिएं। पेंशन को आय नहीं माना जाना चाहिए। पेंशन मिलने से पहले की आय को गिनना जाना चाहिए। नेता विपक्ष की तरफ जयराम ठाकुर ने बताया कि 20 महीने के का कार्यकाल कम नहीं होता है। काम को रोकने और संस्थान को बंद करने के अलावा कांग्रेस सरकार ने कुछ भी नहीं किया। जब कोई काम को नहीं करना हो तो फिर कमेटियां बनाई जाती हैं। सरकार को बताना पड़ेगा कि कर्मचारी की मृत्यु होने के कितने समय बाद करुणामूलक कितनी नौकरी देंगे।