India News HP (इंडिया न्यूज़), Bilaspur News: इस कांटे भरी दुनिया में एक बच्चे के लिए सबसे सुरक्षित जगह उसकी मां का आंचल है। मां के पास रहने भर से बच्चे को किसी भी खतरे का भय नहीं रहता लेकिन हिमाचल के बिलासपुर से जो तस्वीर सामने आई है उसने इस कहावत को गलत साबित कर दिया। बता दें कि, हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर से मां की ममता को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। पूरा मामला बिलासपुर जिला के बरमाणा का है।
क्या है पूरा मामला ?
बिलासपुर जिले के बरमाणा में एक नवजात शिशु संदिग्ध अवस्था में मिट्टी के ढेर पर पड़ा मिला। स्थानीय लोगों की मदद से शिशु को जिला अस्पताल बिलासपुर पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसका स्वास्थ्य जांचा और पाया कि शिशु बिल्कुल स्वस्थ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बिलासपुर के बरमाणा गांव में एक नवजात शिशु को अज्ञात लोगों ने बिना कपड़ों के सड़क के पास मिट्टी के ढेर में फेंक दिया था, जिसे कुछ देर बाद वहां से गुजर रही एक महिला ने उठाया और आसपास के लोगों व पुलिस प्रशासन को सूचना दी। नवजात शिशु को तुरंत जिला अस्पताल बिलासपुर लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसका स्वास्थ्य जांचा और पाया कि शिशु स्वस्थ है। चिकित्सकों ने उसे अगले कुछ घंटों तक निगरानी में रखा है।
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बिलासपुर से समाजसेवी सीमा सांख्यान ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि कुछ लोग अपने स्वार्थ या मजबूरी के चलते नवजात शिशुओं को ऐसे ही छोड़ देते हैं, जो बिल्कुल गलत है। ऐसे लोगों का पता लगाया जाना चाहिए और पुलिस प्रशासन द्वारा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी ऐसा कृत्य न कर सके। गौरतलब है कि नवजात शिशु को कुछ घंटों तक डॉक्टरों की निगरानी में रखने के बाद उसे चाइल्ड वेलफेयर सोसाइटी को सौंप दिया जाएगा ताकि उसका पालन-पोषण सही तरीके से हो सके। इसके बाद अगर कोई दंपत्ति बच्चे को गोद लेना चाहेगा तो वह बच्चे की सुरक्षा के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद बच्चे को गोद ले सकेगा।
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