India News (इंडिया न्यूज),Himachal: यूनिफॉर्म सिविल कोड(UCC) पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के बयान पर कैबिनेट मंत्री राजेश धर्माणी ने पलटवार किया है। उन्होंने सोमवार को राज्य सचिवालय में मीडिया से बात करते हुए बोला कि UCC पर BJP राजनीति कर रही है, यह हिमाचल प्रदेश के लिए ठीक नहीं है। हिन्दू संस्कृति के हिसाब से भी प्रदेश में विविधता और रीति-रिवाज हैं, यूनिफॉर्मिटी(एकरूपता) लाना कठिन है, डायवर्सिटी(विविधता) ही हमारी पहचान है, BJP केवल अल्पसंख्यकों टारगेट कर रही है।
वेरिफिकेशन का कार्य लटका हुआ
इसमें उन संस्थानों का काफी अहम रोल होता है, जहां विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं। उन संस्थानों की तरफ से विद्यार्थियों के आवेदनों की वेरिफिकेशन की जाती है। इसके बाद जिला कार्यालय में वेरिफिकेशन के बाद राज्य स्तर तक आवेदन भेजे जाते हैं। बावजूद कई आवेदनों में त्रुटियां पाई जाती हैं। इसकी वजह से कई आवेदन रद्द होते हैं। विद्यार्थियों को दोबारा आवेदन करने को बोला जाता है। वर्तमान में विद्यार्थियों के आवेदन की अंतिम तिथि समाप्त हो चुकी है। बता दें कि अब संस्थानों की तरफ से आवेदनों की वेरिफिकेशन का कार्य लटका हुआ है। इसे लेकर निदेशालय की ओर से सख्ती दिखाई गई है। संस्थानों को वेरिफिकेशन के लिए 27 जनवरी और जिला कार्यालयों को 28 जनवरी तक का समय दिया गया है। ऐसा नहीं होने की स्थिति में संस्थान प्रमुख या नोडल अधिकारी, जो भी जिम्मेदार होगा, उसे छात्रवृत्ति की राशि चुकानी होगी।