India News HP( इंडिया न्यूज)Himachal Assembly: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और भाजपा विधायकों ने सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष के व्यवहार पर नाराजगी जताई और विधानसभा सचिव को प्रस्ताव दिया।

जयराम ठाकुर ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने छह विधायकों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। टिप्पणी पर अध्यक्ष से खेद प्रकट करने का अनुरोध किया गया, लेकिन उनका रवैया बदल गया। जयराम ने कहा कि विपक्ष ने इस मुद्दे पर सदन में बोलने के लिए समय मांगा था, लेकिन समय नहीं दिया गया। इसके कारण सदन में कुछ देर के लिए गतिरोध रहा। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री की ओर से सदन में निंदा प्रस्ताव लाया गया। जब भी कोई प्रस्ताव लाया जाता है तो विपक्ष उसमें भाग लेता है। बावजूद इसके हमें बोलने का अवसर नहीं दिया गया।

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राज्यपाल को भी सौंपा ज्ञापन

आगे जयराम ठाकुर ने कहा कि इन सभी मामलों को लेकर आज सचिव को नियमों के अनुसार अध्यक्ष को पद से हटाने के लिए नोटिस दिया गया है। वहीं, शाम को नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और अन्य भाजपा सदस्यों ने इस संबंध में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला को ज्ञापन सौंपा।

विपक्ष का विधानसभा में हंगामा, किया वाकआउट

बता दें, प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के पांचवें दिन की बैठक दोपहर दो बजे विपक्ष के हंगामे के साथ शुरू हुई। विपक्ष प्रश्नकाल शुरू होने से पहले व्यवस्था का प्रश्न उठाकर प्रश्नकाल की कार्यवाही में गतिरोध पैदा करने का प्रयास करता रहा। विपक्ष के सदस्य विपिन सिंह परमार ने बार-बार अपनी बात रखने का प्रयास किया, लेकिन स्पीकर ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सदन की कार्यवाही को आगे बढ़ाते हुए सीधे प्रश्नकाल शुरू किया। इसके बाद सत्ता पक्ष के विधायक विपक्ष के हंगामे के बीच ही मंत्रियों से सवाल पूछते रहे। विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल में भाग न लेने पर भाजपा विधायकों को अनुपस्थित माना और सदन की कार्यवाही आगे बढ़ाई। करीब सवा दो बजे विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए सदन से वाकआउट कर दिया। इसके बाद विपक्ष की गैर मौजूदगी में प्रश्नकाल जारी रहा।

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