India News HP(इंडिया न्यूज़),Himachal News: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली इलाके की मस्जिद में कथित अवैध निर्माण का दावा करते हुए कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन देखने को मिले। राज्य में विरोध प्रदर्शन के दौरान कई जगहों पर स्थिति बेहद गंभीर नजर आई।
हालांकि इन सबके बीच राहत की बात यह है कि राज्य में अभी तक कहीं भी कोई बड़ा उपद्रव नहीं हुआ है। हिमाचल प्रदेश में बने गंभीर हालात पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने भी प्रतिक्रिया दी है।
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राज्यपाल के दो टूक शब्द
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है, लेकिन कानून तोड़ने की इजाजत किसी को नहीं है। सभी लोग शांतिपूर्ण तरीके से सरकार और प्रशासन के समक्ष अपनी बात रख सकते हैं।
राज्यपाल ने सभी लोगों से आपसी सौहार्द और सद्भावना बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यहां सभी को शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात सरकार तक पहुंचाने का अधिकार है। इन सबके बीच इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि राज्य में कानून व्यवस्था न बिगड़े।
हिंदू संगठनों ने किया विरोध प्रदर्शन
अगस्त के आखिर से ही हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसकी शुरुआत शिमला के संजौली इलाके में मस्जिद के बाहर हुई। शुरुआत में भट्टाकुफ्फर इलाके में स्थानीय लोगों ने मस्जिद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद 5 सितंबर को बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता संजौली में एकत्र हुए और विरोध प्रदर्शन किया। 11 सितंबर को सुबह 11 बजे फिर से विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया और बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता यहां एकत्र हुए।
प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यहां धारा 163 लागू कर दी थी। इसके तहत पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने पर रोक थी। इसके बावजूद हिंदू संगठनों के हजारों कार्यकर्ता संजौली इलाके में एकत्र हुए और प्रदर्शन किया।