India News (इंडिया न्यूज), Himachal Weather: हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम का मिजाज बदल गया है। शिमला समेत कई इलाकों में बादल छाए रहे और ठंडी हवाओं ने तापमान में गिरावट ला दी। वहीं, रोहतांग और अन्य ऊंचाई वाले दर्रों पर हल्का हिमपात हुआ। मौसम विभाग ने चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों में भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी की है।
बुधवार को दिनभर धूप खिलने के बाद शाम होते-होते मौसम ने करवट बदल ली। कई इलाकों में तेज हवाएं चलीं और ठंड बढ़ गई। मौसम विभाग के अनुसार, यह प्रतिकूल मौसम 21 फरवरी की सुबह तक बना रहेगा और 25 फरवरी तक रुक-रुक कर बारिश और हिमपात होने की संभावना है। ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, शिमला, सोलन और सिरमौर में भी तेज हवाएं चलने का अलर्ट जारी किया गया है।
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किन्नौर जिला प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय निवासियों से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ट्रेकिंग न करने की अपील की है। शिमला, कुफरी, नारकंडा, मनाली, सोलंग घाटी, डलहौजी और सिस्सू जैसे पर्यटन स्थलों पर भी हिमपात होने की संभावना जताई गई है। ऐसे में पर्यटकों को सतर्क रहने और जोखिम भरे रास्तों से बचने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, 21, 22 और 24 फरवरी को लाहौल-स्पीति, किन्नौर, चंबा, कांगड़ा और कुल्लू जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश और हिमपात होगा। इसके चलते अधिकतम तापमान में 6 से 7 डिग्री तक गिरावट आ सकती है। विभाग ने बिजली, पानी और सड़क यातायात प्रभावित होने की आशंका जताई है।
दूसरी ओर, जम्मू-कश्मीर में इस साल कम बारिश और बर्फबारी के कारण जल संकट गहराने लगा है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इसे गंभीर समस्या बताते हुए जल संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि जल प्रबंधन केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि इसके लिए सभी नागरिकों को जागरूक होकर प्रयास करने होंगे। आने वाले दिनों में जलशक्ति विभाग इस समस्या से निपटने के लिए विशेष रणनीति तैयार करेगा।