India News HP(इंडिया न्यूज़), HP Fraud: हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में वन विभाग में नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने के आरोपी दलीप सिंह नेगी ने जांच में गंभीर खुलासे किए हैं। पुलिस के अनुसार, दलीप सिंह नेगी और उसके सह-आरोपी रितेश ने मिलकर एक आपराधिक षडयंत्र रचा और युवाओं से लाखों रुपये ठगे। आरोपी ने खुद को डीएम बताकर युवाओं को धोखा दिया और जाली दस्तावेज जैसे ज्वाइनिंग लेटर, एनसीसी सर्टिफिकेट आदि तैयार किए। इन दस्तावेजों को आरोपी अपने सह-आरोपी रितेश के साइबर कैफे में तैयार करवाता था, और फिर व्हाट्सएप के जरिए उन्हें भेजता था। इसके बदले में युवाओं से पैसे गूगल-पे के माध्यम से लिए जाते थे।
22.5 लाख रुपये की रकम बरामद
इस मामले में पुलिस ने आरोपी के बैंक खातों से 22.5 लाख रुपये की रकम बरामद की है। दलीप सिंह नेगी ने ठगी की रकम से एक गाड़ी भी खरीदी थी। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि आरोपी ने वन विभाग में नौकरी दिलवाने के नाम पर कई युवाओं से पैसे ऐंठे, जिनमें निशांत, रितिक, सुशांत, संजीव, भूपेंद्र और पुरुषोत्तम शामिल हैं।
दलीप सिंह नेगी के खिलाफ FIR दर्ज
दलीप सिंह नेगी के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी, और अब वह छह महीने से न्यायिक हिरासत में है। हाल ही में, जिला अदालत ने उसकी छठी जमानत याचिका खारिज कर दी है। न्यायाधीश ने कहा कि आरोप-पत्र दाखिल होने के बाद आरोपी को जमानत पर रिहा करना उचित नहीं है।
राज्य में चर्चा का विषय बना
यह मामला राज्य में चर्चा का विषय बन गया है और लोगों का कहना है कि इस तरह के मामलों में सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में किसी और को ठगी का शिकार न होना पड़े।
Sukhwinder Singh Sukhu: CM सुक्खू ने केंद्रीय रेल मंत्री को लिखा पत्र, उठाई ये अहम मांग