India News (इंडिया न्यूज),Himachal: साल 2017 में शिमला जिले के कोटखाई में हुए बहुचर्चित गुड़िया दुष्कर्म व हत्या मामले से जुड़े सूरज लॉकअप हत्याकांड में CBI की अदालत ने दोषी करार दिए हिमाचल के IG जहूर हैदर जैदी व DSP मनोज जोशी समेत 8 पुलिस कर्मचारियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। CBI की अदालत ने 375 पेज के इस फैसले में दोषियों पर 1-1 लाख रुपये जुर्माना भी लगाया है। उम्रकैद की सजा के बावजूद आईजी जैदी अदालत में हंसते नजर आए। जबकि अन्य की आंखें नम हो गई थीं। सजा सुनाए जाने के बाद सभी दोषियों को चंडीगढ़ की बुड़ैल जेल भेज दिया गया। 1 महीने में जुर्माना नहीं देने पर अतिरिक्त सजा काटनी होगी। बता दें कि हिमाचल में पहली बार किसी मामले की जांच कर रही पूरी SIT को ही उम्रकैद की सजा हुई है।
शाम 5 बजे फैसला सुनाया
आपको बता दें कि दोषियों में पूर्व IG जहूर हैदर जैदी, DSP मनोज जोशी, सब इंस्पेक्टर राजिंद्र सिंह,ASI दीप चंद शर्मा, हेड कांस्टेबल मोहन लाल व सूरत सिंह, रफी मोहम्मद और कांस्टेबल रंजीत स्टेटा का नाम शामिल है। CBI अदालत ने पिछले 18 जनवरी को गवाहों के बयान और सबूतों के आधार पर पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को दोषी करार दिया था। सजा सुनाने से पहले सोमवार सुबह सबसे पहले अदालत ने सभी दोषियों का आखिरी बार पक्ष जाना और शाम 5 बजे फैसला सुनाया। वहीं, अदालत ने 18 जनवरी को दोषी करार देने के दौरान सबूतों के अभाव में एसपी डंडूब वांगियाल नेगी को बरी कर दिया था।