India News (इंडिया न्यूज), New Education Policy: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 के तहत चार वर्षीय स्नातक (यूजी) पाठ्यक्रम को सत्र 2025-26 से शुरू करने की तैयारी तेज कर दी है। विश्वविद्यालय ने पहले वर्ष का पाठ्यक्रम तैयार कर लिया है, जबकि शेष पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए एक समिति गठित की गई है। एचपीयू का उद्देश्य एक महीने के भीतर इस पाठ्यक्रम को बोर्ड ऑफ स्टडीज, फैकल्टी और एकेडमिक काउंसिल से मंजूरी दिलवाना है। विवि का दावा है कि 90 प्रतिशत पाठ्यक्रम तैयार हो चुका है, और इसे अब केवल अंतिम मंजूरी की आवश्यकता है। इसके बाद इसे विवि की कार्यकारी परिषद (ईसी) से भी स्वीकृति मिलेगी।
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सेमेस्टर प्रणाली होगी लागू
चार वर्षीय यूजी डिग्री कोर्स लागू होने के साथ ही सेमेस्टर प्रणाली वापस आएगी, जिसमें परीक्षा प्रणाली और एकेडमिक शेड्यूल में बड़े बदलाव होंगे। देशभर के अधिकांश विश्वविद्यालयों ने एनईपी-2020 के तहत सेमेस्टर प्रणाली में यूजी कोर्स लागू किया है। इससे पहले एचपीयू में 2012 से 2017 तक सेमेस्टर प्रणाली लागू थी, जिसे बाद में वार्षिक प्रणाली में बदल दिया गया। वर्तमान में विवि दोनों प्रणालियों में परीक्षाएं संचालित कर रहा है, परंतु चार वर्षीय यूजी कोर्स शुरू होने के बाद पूर्ण रूप से सेमेस्टर प्रणाली ही लागू होगी।
बुनियादी सुविधाओं की कमी को पूरा करने की मांग
कॉलेजों में बुनियादी सुविधाओं की कमी को देखते हुए कुछ शिक्षकों ने वार्षिक प्रणाली में ही इसे लागू करने की मांग की है। कॉलेज प्राध्यापक संघ की अध्यक्ष डॉ. वनिता सकलानी का कहना है कि कई कॉलेजों में पर्याप्त शिक्षक नहीं हैं, और कुछ क्षेत्रों में कठोर मौसम के कारण कक्षाएं नियमित नहीं हो पाती हैं। इसलिए उन्होंने सुझाव दिया है कि बड़े कॉलेजों में चार वर्षीय कोर्स को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाए, जबकि छोटे कॉलेजों में तीन साल की डिग्री को जारी रखा जाए।
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