प्रभजीत सिंह लक्की, यमुनानगर :
War Between Ukraine and Russia यूक्रेन व रूस में जिले से पढ़ने के लिए गए विद्यार्थियों व वहां काम करने के लिए गए युवक – युवतियों के परिजनों को इन दोनों देश में होने वाले युद्ध को लेकर अभिभावक डर के साए में है। सुबह शाम अपने बच्चों से संपर्क साध रहे हैं। इनमें एक अभिभावक ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि हमारे बच्चे यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई के लिए गए हुए हैं और दोनों देश के आपसी विवाद के कारण होने वाले युद्ध को लेकर यूक्रेन में कॉलेज प्रबंधको ने विद्यार्थियों को अपना सामान पैक करने के लिए बुधवार तक का समय दिया है।
बुधवार को दोनों देश में बातचीत होने की संभावना है, अगर इन दोनों देशों का बातचीत से समाधान नहीं निकलता है तो विद्यार्थी अपने देश जा सकते हैं। इसी को लेकर अभिभावक चिंतित हैं। यूक्रेन में ज्यादातर विद्यार्थी मेडिकल पढ़ाई के लिए गए हुए हैं और कुछ वहां पर वर्क परमिट पर काम के लिए गए हुए हैं। यही हालात रूस में भी वर्क परमिट पर गए हुए हैं। अब अभिभावक इन दोनों देशों की हालात पर नजर रखे हुए हैं और चिंतित है। (War Between Ukraine and Russia)
जगाधरी निवासी शुभम वर्मा ने बताया कि वह कुछ दिन पहले ही यूक्रेन से टूरिस्ट परमिट पर वहां पर घूमने गए हुए थे। उनको वहां पर जिले से कुछ विद्यार्थी मिले थे। और उन्होंने मिलकर बताया कि हम लाखों रुपए लगाकर यहां पर काम करने व पढ़ने के लिए आए हुए हैं और अब यहां हालात युद्ध के बने हुए हैं। अपने पैसे व करियर की चिंता सता रही है।
आपको बता दें कि पिछले वर्ष जब देश देश में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा था।
तब यूक्रेन में पढ़ रहे विद्यार्थियों के अभिभावक अपने बच्चों को लेकर चिंतित थे और कुछ अभिभावको ने शिक्षा मंत्री चौधरी कंवरपाल गुर्जर से मिलकर गुहार लगाई थी कि उनके बच्चों को यूक्रेन से भारत वापस लाया जाये। चौधरी कंवरपाल के प्रयास से यूक्रेन से भारत के लिए स्पेशल विमान के जरिए हरियाणा के विद्यार्थी यहां पहुंचे थे और उस वक्त अभिभावकों ने शिक्षा मंत्री का धन्यवाद भी किया था। (War Between Ukraine and Russia )