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World Book Fair 2022 : 30वें विश्व पुस्तक मेले के नियम शर्तों से हुए प्रकाशक निराश

India News Editor • LAST UPDATED : November 19, 2021, 5:57 pm IST

World Book Fair 2022 Terms and Conditions 

इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली : 

World Book Fair 2022 : विश्व पुस्तक मेले के 30वें संस्करण का आयोजन अगले वर्ष 8 से 16 जनवरी के दौरान किया जाएगा। विश्व पुस्तक मेले का आयोजन सबसे पहले साल 1972 में किया गया था। ऐसे में 2022 में यह मेला अपनी 50 वर्षगांठ मनाएगा। परन्तु इस विश्व मेले के जो बदले हुए नियम और इसकी शर्ते पर हिंदी एवं भारतीयभाषाओं के प्रकाशक निराश हुए। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के निदेशक को पत्र लिखकर जल्दी ही इन तमाम परेशानियों का सामाधान करने का अनुरोध किया है।

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ये रही है वजह (World Book Fair 2022)

संघ के महासचिव महेश भारद्वाज ने इस पत्र में लिखा है कि विश्व पुस्तक मेले में हमेशा से हिन्दी एवं भारतीय भाषाओं के प्रकाशकों को स्टाल के किराये में 50 प्रतिशत की छूट मिलती रही है। और पिछली बार यह घटाकर 40 प्रतिशत करदी गयी थी और बल्कि अब की और और घटाकर साथ मे 18 प्रतिशत GST जोड़ दी गई। और अलग अलग स्टालों का लगाने का जो विकल्प ख़ारिज कर दिया गया। जिसे प्रकाशकों में काफी निराशा है।

पहले की तरह सुविधा की मांग (World Book Fair 2022)

संघ के महासचिव ने पत्र में लिखकर मांग की है ,की भारतीय भाषाओ भाषाओ के प्रकाशकों को स्टाल किराये की जो छूट है उसे पिछले वर्ष की तरह दी जाये। प्रकाशन गृह और उसके सहयोगी प्रकाशनो को एक साथ एक जगह समायोजन करने की छूट मिलती रहनी चाहिए। इसके अलावा इसकी भुगतान की तारीक 30 नवमबर तक बढ़ाये

कागज के दामों में बढ़ोतरी की वहज से नहीं मिल रहा कोई विकल्प (World Book Fair 2022)

कागज के दामों में बढ़ोतरी से भी प्रकाशक बहुत्त निराश हैं। कोरोना काल के उबरने के क्रम में प्रकाशन व्यवसाय अभी संभला भी नहीं है कि एक सितंबर 2021 से कागज़ के दामों में 25 से 30 प्रतिशत का कागज़ की कीमतें बढ़ने से हैं किताबों, नोटबुक्स और दूसरे स्टेशनरी प्रोडक्ट्स पर भी असर होना तय है। कि जिस अनुपात में कागज की कीमतें बढ़ी हैं, उस अनुपात में किताबों की कीमतें नहीं बढ़ाई जा सकती। इसलिए केंद्र सरकार को प्रकाशकों की इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए

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