India News (इंडिया न्यूज़), दिल्ली: 30 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा था कि आज जब देश भर में अमृत महोत्सव की धूम है, 15 अगस्त करीब है तो देश में एक और बड़ा अभियान शुरू होने जा रहा है. शहीद वीर-वीरांगनाओं के सम्मान के लिए ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान शुरू किया जाएगा। उसके तहत देशभर में हमारे अमर बलिदानियों की याद में कई कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. इन विभूतियों की स्मृति में देशभर की लाखों ग्राम पंचायतों में विशेष शिलालेख भी लगाए जाएंगे। इस अभियान के तहत देशभर में अमृत कलश यात्रा भी निकाली जाएगी. यह अमृत कलश यात्रा देश के कोने-कोने से 7500 कलशों में मिट्टी लेकर देश की राजधानी दिल्ली पहुंचेगी.

यात्रा अपने साथ देश के विभिन्न हिस्सों से पौधे भी लेकर आएगी। 7,500 कलशों में मौजूद मिट्टी और पौधों से राष्ट्रीय युद्ध स्मारक अमृत वाटिका के पास निर्माण किया जाएगा। ये अमृत वाटिका ‘एक भारतश्रेष्ठ भारत’ का भी बहुत भव्य प्रतीक बनेगी। पिछले वर्ष मैंने लाल किले से अमृत काल के अगले 25 वर्षों के लिए पंच प्राण के बारे में बात की थी। ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान में भाग लेकर हम इन पंच प्रणों को पूरा करने की शपथ भी लेंगे। आप सभी देश की पवित्र धरती पर शपथ लेते समय अपनी सेल्फी yuva.gov.in पर अवश्य अपलोड करें। जिस तरह पिछले साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पूरा देश ‘हर घर तिरंगा अभियान’ के लिए एकजुट हुआ था, उसी तरह इस बार फिर हमें हर घर पर तिरंगा फहराना है और इस परंपरा को जारी रखना है।

ये प्रयास हमें हमारे कर्तव्यों के बारे में सिखाएंगे, हम देश की आजादी के लिए किए गए अनगिनत बलिदानों के बारे में जानेंगे, हमें आजादी की कीमत का एहसास होगा, इसलिए हर देशवासी को इन प्रयासों से जुड़ना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस आह्वान को देशवासियों ने हाथोंहाथ लिया है. और सभी राज्यों ने इस अभियान की शुरुआत भी कर दी है. आज भी पूरा देश हमारे देश की आजादी के लिए महात्मा गांधी और सरदार पटेल जैसे गुजरात के वीर सपूतों के बलिदान को याद करता है। गुजरात में एक ऐसा गांव है जहां की सभी सड़कों का नाम उन लोक नायकों के नाम पर रखा गया है जिन्होंने देश की आजादी में अहम भूमिका निभाई थी।

जब पूरे देश में स्वतंत्रता सेनानियों और निर्माताओं को याद करने के लिए ‘मेरी माटी, मेरा देश’ अभियान शुरू हो गया है, तो मोरबी में एक ऐसा गांव है जहां देश के वीर सपूतों के नाम की चर्चा गली-गली होती है. वाघगढ़ गांव मोरबी जिले के टंकारा तालुका में स्थित है। करीब 600 की आबादी वाले इस गांव की सड़कें देश के सपूतों के नाम से जुड़ी हुई हैं। गाँव की आठ सड़कों के नाम क्रमशः सरदार पटेल मार्ग, स्वामी दयानंद मार्ग, वीर भामाशा मार्ग, स्वामी विवेकानन्द मार्ग, छत्रपति शिवाजी मार्ग, महाराणा प्रताप मार्ग, श्यामजी कृष्ण वर्मा मार्ग और सुभाष चन्द्र बोस मार्ग हैं।

गांव के सरपंच वल्लभभाई बरैया का कहना है की, ग्रामीणों ने सड़कों का नाम सार्वजनिक फंड से सभी सडकों का नाम इन सपूतों के नाम इस उद्देश्य से रखा है कि भविष्य में अगली पीढ़ी को देशभक्ति की भावना मिलें. वीरों को याद करने और उन्हें सलाम करने के उद्देश्य से गांव के स्कूल के मैदान में भारत रत्न पार्क का निर्माण किया गया है। यहां महापुरुषों की प्रतिमाओं की पट्टिकाएं लगाई गई हैं। इसका निर्माण इस उद्देश्य से किया गया है कि स्कूली बच्चे और ग्रामीण देश के वीर सपूतों के बारे में जानें और उनके विचारों और परंपराओं को जीवन में अपनाएं.

वाघगढ़ प्राइमरी स्कूल के आचार्य रमणिकभाई वडाविया ने कहा की, विद्यालय के खेल के मैदान में खेलते खेलते स्वामी दयानंद सरस्वती, भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, महाराणा प्रताप, शिवाजी महाराज जैसे क्रांतिकारियों को उनके आदर्शों में शामिल करने के शुभ उद्देश्य से विद्यालय में औषधि वन के अंदर भारत रत्न पार्क का निर्माण कराया गया है. ऐसे में जहां पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, वहीं वाघगढ़ के ग्रामीण वीर सपूतों को अनोखे अंदाज में याद कर रहे हैं.

(लेखक अभिजीत भट्ट इंडिया न्यूज गुजरात के संपादक है)

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