इंडिया न्यूज, उत्तरकाशी, (11 Thousand Feet Altitude) : देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्तरकाशी में पहली बार समुद्रतल से 11 हजार फीट की ऊंचाई पर तिरंगा लहराया जाएगा। यह तिरंगा विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल दयारा बुग्याल में लहराया जाएगा। स्वाधीनता पर्व के इतिहास में पहली बार दयारा बुग्याल में राष्ट्रीय ध्वजारोहण किया जाएगा। इसके लिए दयारा पर्यटन उत्सव समिति के साथ बुग्याल क्षेत्र में प्रवास को आए रैथल गांव के ग्रामीण व वन गुर्जर उत्साह के साथ इसकी तैयारी में जुटे हैं।

जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर स्थित है दयारा बुग्याल

ट्रैकिंग का स्वर्ग कहा जाने वाला दयारा बुग्याल उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। उच्च हिमालय में 28 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले घास के इस मखमली मैदान में हर वर्ष ग्रीष्मकाल और वषार्काल (अप्रैल से सितंबर तक) में रैथल गांव के ग्रामीण व वन गुर्जर अपने अपने मवेशियों के साथ यहां प्रवास के लिए आते हैं। ये परिवार यहां पत्थर, लकड़ी और घास से बनाए घरों में रहते हैं, जिन्हें स्थानीय भाषा में छानी कहा जाता है।

इससे पहले यहां कभी भी ध्वजारोहण कार्यक्रम नहीं किया गया आयोजित

मवेशियों की देख-रेख समेत अपनी दिनचर्या में व्यस्त रहने के कारण यहां प्रवास पर आने वाले ये लोग इससे पहले कभी भी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया है। इसके साथ ही, रैथल गांव में होने वाले ध्वजारोहण कार्यक्रम से भी वंचित रहे हैं।

इन दिनों यहां पांच परिवार रैथल गांव के हैं और 15 परिवार वन गुर्जरों के हैं। इस बार पत्रकारों ने दयारा पर्यटन उत्सव समिति को इन ग्रामीणों के साथ दयारा बुग्याल में आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए प्रोत्साहित किया। पत्रकारों के इस प्रोत्साहन से दयारा पर्यटन उत्साह समिति और ग्रामीणों में बेहद उत्साह हैं।

अमृत महोत्सव के तहत दयारा बुग्याल में किया जाएगा ध्वजारोहण

इस बार आजादी के अमृत महोत्सव के तहत दयारा बुग्याल में ध्वजारोहण किया जाएगा। आज से पहले कभी भी दयारा बुग्याल में ध्वजारोहण नहीं किया गया है। यह कार्यक्रम छानियों के निकट रखा गया है। इस कार्यक्रम में छानियों में रहने वाले ग्रामीणों के साथ वन गुर्जर और वन विभाग के कर्मचारी भी शामिल होंगे। ये सभी इस बार स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर अपने आपको गौरवान्वित महसूस करेंगे।

ये भी पढ़े : भारत गौरव ट्रेन से दूसरी रामायण सर्किट रेल यात्रा 24 अगस्त से