India News (इंडिया न्यूज), Organophosphate Behind 17 Death In J&K Village: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के बदहाल गांव में कोहराम मचा हुआ है। यहां एक रहस्यमयी बीमारी की वजह से अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। यह बीमारी न तो कोई वायरल इंफेक्शन है और न ही कैंसर। डॉक्टर यह पता नहीं लगा पाए कि इसी गांव के 17 लोगों की मौत क्यों हुई। लेकिन अब डॉक्टरों का कहना है कि इस बीमारी की मुख्य वजह ऑर्गनोफॉस्फेट केमिकल हो सकता है। दिलचस्प बात यह है कि खेतों में कीटनाशक के तौर पर ऑर्गनोफॉस्फेट का धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है। इसलिए विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर देश के दूसरे हिस्सों में भी ऐसे मामले सामने आ रहे हैं तो इस पर तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए।
आखिर क्या है मुख्य वजह?
इंडियन एक्सप्रेस की खबर में डॉक्टरों ने बताया है कि उन्हें ऑर्गनोफॉस्फेट का शक तब हुआ जब इस बीमारी से पीड़ित मरीजों को एट्रोपिन इंजेक्शन दिया गया और वे ठीक होने लगे। इस इंजेक्शन का इस्तेमाल ऑर्गनोफॉस्फेट की वजह से दिमाग में बनने वाले जहर के असर को दूर करने के लिए किया जाता है। इसलिए डॉक्टर अनुमान लगा रहे हैं कि शायद ऑर्गनोफॉस्फेट ही दिमाग की तंत्रिका कोशिकाओं के नष्ट होने की वजह है और यही इन लोगों की मौत की वजह है। हालांकि अभी भी पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता कि यही कारण है, लेकिन इस बात की पूरी संभावना है कि इस विष के कारण मस्तिष्क की कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं।
की जा रही है जांच
आगे की जांच के लिए बधाल गांव के लोगों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले भोजन और पानी के नमूने देश की शीर्ष प्रयोगशाला में भेजे गए हैं, जहां इसकी जांच की जा रही है। अगर जांच में ऑर्गनोफॉस्फेट के नमूने पाए जाते हैं, तो इसकी पुष्टि हो जाएगी। जम्मू के इस गांव के लोगों की बीमारी के पीछे यही कारण है। डॉक्टर ने बताया कि इस गांव के तीन परिवारों के 11 लोगों का राजौरी जिला अस्पताल में एट्रोपिन इंजेक्शन से इलाज चल रहा है। अच्छी बात यह है कि इन सभी लोगों की हालत स्थिर है। तीन बहनों को भी छुट्टी दे दी गई है। हालांकि, इस बीमारी की जांच के लिए गृह मंत्री अमित शाह द्वारा गठित डॉक्टरों की टीम की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।
ऑर्गेनोफॉस्फेट क्या है?
ऑर्गेनोफॉस्फेट एक रसायन है जिसका इस्तेमाल खेतों में कीड़ों को मारने के लिए कीटनाशक के तौर पर किया जाता है। ऑर्गनोफॉस्फेट का इस्तेमाल कुछ बीमारियां फैलाने वाले कीड़ों को मारने के लिए भी किया जाता है। इसके अलावा प्लास्टिक, नर्व एजेंट और इंजन ऑयल के निर्माण में भी इसका इस्तेमाल होता है।
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ऑर्गेनोफॉस्फेट शरीर में क्या करता है?
ऑर्गेनोफॉस्फेट जब शरीर में पहुंचता है तो सबसे पहले पेट को खराब करता है। इसके बाद फेफड़ों को भी परेशान करता है। फिर जब यह खून में पहुंचता है तो न्यूरोट्रांसमीटर को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है। न्यूरोट्रांसमीटर की वजह से ही पूरे शरीर में मांसपेशियों की हरकत होती है। इसी से पूरे शरीर को सिग्नल भेजे जाते हैं। न्यूरोट्रांसमीटर को नुकसान पहुंचने का मतलब है दिमाग की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचना। इससे क्रेनियल नर्व पाल्सी, मेमोरी लॉस, मायोपैथी, पेरिफेरल न्यूरोपैथी, साइकोसिस जैसी बीमारियां होती हैं।