18वीं लोकसभा सत्र (18th Lok Sabha) शुरू हो चुका है और पहले के दो दिनों तक नए सांसदों ने की शपथ ली। सभी सांसद प्रोटेम स्पीकर के पास जाकर शपथ लेते दिखाई दिए, फिर सभी ने पेपर्स भी साइन किए। हालांकि, अभी कुछ सांसद ऐसे भी हैं, जिन्होंने शपथ नहीं ली है। आप जानकर हैरान रह जाएंगे ये लोग असल में जेल में बंद हैं। उन्होंने चुनाव तो जीत लिया लेकिन अभी तक शपथ लेकर लोकसभा सदस्य नहीं बन पाए हैं। इन लोगों को गंभीर आरोपों की वजह से जेल की सजा मिली है। आगे जानें कौन है ये लोग और इन पर क्या-क्या आरोप लगे हैं।
लोकसभा 2024 की बात करें तो अभी तक दो नेता हैं जिन्होंने सांसद पद की शपथ नहीं ली है क्योंकि वो जेल में बंद हैं। इनमें से एक बारामूला सीट से जीतने वाले इंजीनियर शेख अब्दुल राशिद हैं, जिन्हें यूएपीए के तहत दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद किया गया है। उन पर आतंकी संगठन को फंडिंग देने का आरोप है और वो 2019 से जेल में बंद हैं। इसके अलावा पंजाब की खडूर साहिब से जीत दर्ज करने वाले अलगाववादी नेता अमृतपाल सिंह भी जेल में बंद हैं। उन्हें NSA के तहत असम के जेल में बंद किया गया है।
नियम के मुताबिक चुने गए सांसद को 60 दिनों के भीतर संसद में उपस्थिति दर्ज करानी पड़ती है। कोई सांसद बंद है तो उसे किसी तरह जमानत का इंतजाम करके, कोर्ट की परमीशन लेकर या किसी और कानूनी तरीके से संसद तक पहुंचना ही होता है और अगर उन्होंने शपथ नहीं ली तो उनकी सीट को रिक्त घोषित कर दिया जाता है। 18वीं लोकसभा से पहले भी ऐसा हुआ है जब जेल में बंद नेता सांसद चुने गए.