भारत में काला जादू होता रहा है। अभी भी ऐसे लोग हैं जो काला जादू पर आंख बंद कर के भरोसा करते हैं। खास करके भारत के दूर दराज वाले जगहों या गावों में कााला जादू का प्रचलन देखने को मिल ही जाता है। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि साइंस के साथ साथ इस तरह के चिजों का प्रचलन बहुत कम हुआ है। लेकिन आज हम आपको केरल की एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे पढ कर आपका दिल दहल जाएगा

केरल में मानव बलि की घटना सामने आई है, जहां दो महिलाओं को अगवा कर मार दिया गया. पहले इन दोनों महिलाओं का कथित तौर पर अपहरण किया गया फिर उनकी हत्या कर उन्हें दफना दिया गया और यह सब कुछ आर्थिक संपन्नता हासिल करने के लिए ‘जादू टोना’ के तहत किया गया.

एलनथूर गांव का है ये मामला

यह मामला राज्य के पथानामथिट्टा जिले के तिरुवल्ला के एलनथूर गांव का है, जहां दो महिलाओं की एक दंपति ने कथित तौर पर हत्या कर दी. केरल पुलिस ने आज मंगलवार को यह जानकारी दी. कोच्चि शहर के पुलिस आयुक्त सीएच नागराजू ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि दो महिलाओं को मार दिया गया और फिर उन्हें दफना दिया गया.पुलिस के अनुसार, एर्नाकुलम जिले की दो महिलाएं, जिनका नाम रोजलिन और पद्मा है, के क्रमशः जून और सितंबर में लापता होने की जानकारी मिली थी. पुलिस को इन लापता मामलों की जांच के हिस्से के रूप में ‘मानव बलि’ (human sacrifice) के बारे में जानकारी मिली.

कर्मकांड के जरिए काटा गया महिलाओं का सिर

कोच्चि शहर के पुलिस आयुक्त सी एच नागराजू ने मीडिया को बताया, “हमें संदेह है कि कर्मकांड के जरिए यह मानव बलि हुई है. महिलाओं का सिर काट दिया गया और उनके शेष शरीर को पथानामथिट्टा के एलनथूर में दफना दिया गया.”

पुलिस ने एलनथूर गांव से दंपति भगवल सिंह और लैला को हिरासत में ले लिया है. पुलिस ने पूछताछ में यह खुलासा किया कि भगवल सिंह एक पारंपरिक चिकित्सक के रूप में जाने जाते थे और अपने घर पर मरीजों का इलाज किया करते थे. इस दंपति के अलावा पेरुंबवूर के शफी उर्फ ​​रशीद नाम के एक शख्स को भी हिरासत में लिया गया है. पुलिस को शक है कि वह ही महिलाओं को इस दंपति के पास ले गया होगा.

आर्थिक समृद्धि था मानव बलि का मुख्य उद्देश्य

पुलिस आयुक्त नागराजू ने कहा कि मानव बलि का मुख्य उद्देश्य दंपति की आर्थिक समृद्धि थी. उन्होंने कहा, “हमें पहले ही दंपति और एजेंट के इकबालिया बयान मिल चुके हैं. महिलाओं को दंपति ने बेहद क्रूर तरीके से मार डाला. दंपति भारी वित्तीय संकट का सामना कर रहे थे और उन्होंने भगवान को खुश करने तथा आर्थिक संकट से बाहर निकलने के लिए महिलाओं की बलि देने का फैसला किया.” उन्होंने यह भी बताया कि इन शवों को दंपति के घर से सटे खेत में दफना दिया गया था.

पुलिस के मुताबिक, पद्मा कोच्चि में लॉटरी की वेंडर थी. उसका पिछले महीने अपहरण कर लिया गया था और पुलिस सितंबर के अंतिम हफ्ते में दर्ज गुमशुदगी के मामले की जांच कर रही थी. इसी जांच के दौरान यह पता चला कि एक एजेंट शफी पद्मा को अपने साथ लेकर पथानामथिट्टा गया था.