शरीर को हमेशा स्वस्थ रखने के लिए  रखने के लिए दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पीना चाहिए। ये बात तो सब जानते हैं, लेकिन पानी किस तरह से पीना चाहिए और कब पीना चाहिए ये बात कोई नही जानता। स्वस्थ्य रहने के लिए हमेशा घूंट-घूंट कर पानी पीना चाहिए घूंट-घूंट कर पानी पीने से बॉडी में पानी टेंप्रेचर के मुताबिक पहुंचता है और बीमारियों की संभावना कम हो जाती है। आइए जानते हैं आयुर्वेद में पानी पीने के नियम क्या हैं?

2.हमेशा पानी गर्म या कमरे के तापमान का ही पीना चाहिए। कभी भी सीधे फ्रिज से निकाला हुआ पानी नहीं पीना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार फ्रिज का पानी पीने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
3.व्यक्ति को निरोग रहने के लिए सुबह खाली पेट 1 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए। सुबह खाली पेट पानी पीने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। साथ ही ये स्किन की समस्याएंं भी नही होती।
कब, कितना और कैसे पीएं पानी

1.सुबह उठने के बाद खाली पेट 1 गिलास

2.दोपहर का भोजन करने के 1 घंटा पहले या बाद में।

3.कुछ खाने से 1  घंटा पहले पानी पीना चाहिए।

4.रात को भोजन करने के 1 घंटे बाद पानी पीना चाहिए।

पानी कब नहीं पीना चाहिए

आयुर्वेद के मुताबिक गर्म खाना खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए। गर्म खाना खाने के बाद पानी पीने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसके साथ ही खीरा, ककड़ी, तरबूज, खरबूजा जैसे फल और सब्जियों का सेवन करने के बाद पानी नहीं पीना चाहिए।