India News (इंडिया न्यूज), 77th Independence Day: आज का दिन देश के आजादी को पूर्ण रूप से समर्पित रहने वाला है। आज पूरा देश 77वां स्वतंत्रता दिवस (77th Independence Day) मना रहा है। स्वतंत्रता दिवस के इस पावन अवसर पर पूरा देश तिरंगे के रंग में रंगा हुआ दिख रहा है। हर्सो-उल्लास का ये दौर पूरे देश वासियों के लिए एक बड़ा पर्व के तौर पर है। हर वर्ष के भांति, इस वर्ष भी देश के पीएम लाल किले से देश वासियों को संबोधित करेंगे। जहां लाखों लोग पीएम के इस भाषण का इंतजार करते रहते है। वहीं देश के मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए विशेषज्ञ पीएम मोदी के संबोधन में छिपे सियासी निहितार्थ तलाशने की कोशिश भी करेंगे। हालांकि, प्रधानमंत्री अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधनों में सीधे तौर पर विपक्षी दलों पर कोई हमला बोलने से परहेज करते रहे हैं। लेकिन भ्रष्टाचार और नीतिगत मुद्दों को लेकर पूर्व सरकारों पर परोक्ष रूप से निशाना साधते रहे हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि, इस साल के संबोधन के साथ हीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से अपना लगातार 10वां भाषण देंगे। जिसका इंतजार पूरा देश करता है। यह प्रधानमंत्री के दूसरे कार्यकाल के दौरान लालकिले से अंतिम संबोधन हैं। अगले साल होने वाले चुनावों के मद्देनजर इसे काफी अहम माना जा रहा है। प्रधानमंत्री कई बार इस मौके का इस्तेमाल बड़ी घोषणाओं के लिए कर चुके हैं। वहीं बता दें कि, प्रधानमंत्री मोदी सुबह ध्वजारोहण के बाद देश को संबोधित करेंगे। लाल किले की प्राचीर से उनका भाषण सुबह 7.30 बजे के बाद शुरू होगा।
देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस पर कार्यक्रम में कुल 1800 विशेष मेहमान शिरकत करने वाले है। जिनमें 660 वाइब्रेंट गांवों के 400 सरपंच शामिल हैं। इनके अलावा किसान उत्पादन संगठनों से जुड़े 250 लोग, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के 50-50 लाभार्थी, 50 श्रम योगी, जिन्होंने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट और नए संसद भवन के निर्माण में योगदान दिया, सीमा पर सड़कों का निर्माण करने वाले कर्मी, 50 खादी कर्मचारी, अमृत सरोवरों का निर्माण करने वाले 50 कर्मी और हर घर जल योजना में काम करने वाले 50 कर्मी, 50 प्राइमरी स्कूल के अध्यापक, नर्सें और मछुआरे इन 1800 विशेष मेहमानों में शामिल हैं।
राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी लाल किला पहुंचेंगे। उनका स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और रक्षा सचिव गिरिधर अरामने करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया जाएगा। फिर पीएम लाल किले की प्राचीर की ओर बढ़ेंगे। सेना का बैंड ध्वजारोहण और राष्ट्रीय सलामी के दौरान राष्ट्रगान बजाएगा। जैसे ही प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करेंगे, वायु सेना के दो उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर मार्क-3 ध्रुव से पुष्पवर्षा की जाएगी। 21 तोपों की सलामी के साथ इस कार्यक्रम का समन्वय किया जाएगा। इसके बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
वैसे तो ये सामान्य सी बात हो गई है कि, स्वतंत्रता दिवस समारोह हो या गणतंत्र दिवस का समारोह सुरक्षा को लेकर सरकार कभी कताही नहीं दिखाती है। स्वतंत्रता दिवस को मद्देनजर देश की राजधानी दिल्ली में सुरक्षा चाकचौबंद है। दिल्ली पुलिस के जवान लगातार वाहनों की चेकिंग कर रहे हैं। देर रात दिल्ली-फरीदाबाद सीमा पर पुलिस के जवान में सुरक्षा में मुस्तैद है। सुरक्षा के लिहाज से दिल्ली किले में तब्दील हो गई है। 1000 फेस रिकग्निशन कैमरे, एंटी-ड्रोन सिस्टम और 10,000 से अधिक पुलिस लाल किले और आसपास तैनात रहेंगे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों के जुटने की उम्मीद है, क्योंकि दो साल की अवधि के बाद कोई कोविड-19 प्रतिबंध नहीं है। इस साल 20,000 से अधिक अधिकारी और नागरिक स्वतंत्रता दिवस समारोह में हिस्सा लेंगे। लालकिले पर ड्रोन रोधी प्रणाली लगाई गई हैं।
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