India News (इंडिया न्यूज़), India-China Border, दिल्ली: भारत लगातार अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए काम कर रहा है। जब से नरेंद्र मोदी सरकार बनी है लगातार सीमा पर सड़कों सहित कई परियोजनओं का निर्माण कार्य तेज गति से आगे बढ़ रहा है। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए आगामी 12 सितंबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सीमा के विकास कार्य से जुड़े 90 परियोजनाओं की शुरूआत करेंगे।

इन परियोजनाओं में 22 सड़के, 63 पुल और एक सुरंग शामिल है। यह सुरंग अरुणाचल प्रदेश में बनाई गई है। साथ ही दो हवाई पट्टी की शुरूआत की जाएगी। दोनों पश्चिम बंगाल में स्थित है एक बागडोगरा में और एक बैरकपुर में। साथ ही दो हैलीपैड की शुरूआत होगी, एक राजस्थान में और लद्दाख के ससोमा-सासेर ला में।

कुल 150 परियोजनाएं

सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी की तरफ से यह जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि दिसंबर तक हम 60 और परियोजनाओं को पूरा कर लेंगे। इन परियोजनाओं की कुल लागत लगभग कुल मिलाकर 6,000 करोड़ रुपये होगी और इनकी संख्या 150 से 160 होगी। इसलिए यह देश के लिए एक महान क्षण है कि सीमावर्ती क्षेत्रों पर इतनी सारी परियोजनाएं बनाई जा रही हैं। राजीव चौधरी के अनुसार, यह कदम हमारी सेना के सुरक्षा मेट्रिक्स को मजबूत कर रही है ताकि वे आगे तक तैनात हो सकें।

दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग

लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि हम अगले 20 दिनों में सेला सुरंग को पूरा कर लेंगे। यह सुरंग 13,000 फीट और उससे अधिक ऊंचाई पर दुनिया की सबसे लंबी दो लेन वाली सुरंग होगी। हम शिंकू ला सुरंग की योजना के अंतिम चरण में हैं। सुरंग हिमाचल प्रदेश में ज़ांस्कर – लाहौल – स्पीति को जोड़ती है और जब यह सुरंग पूरी हो जाएगी तो यह दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग होगी। आज सबसे ऊंची सुरंग चीन में मिला सुरंग है, जो 15,500 फीट की ऊंचाई पर है। पूरा होने पर यह सुरंग 15,855 फीट की ऊंचाई पर होगी।

36 अरुणाचल में और 26 लद्दाख में

राजीव चौधरी के अनुसार, 90 परियोजनाएं में से 26 लद्दाख में और 36 अरुणाचल में हैं। उन्होंने कहा कि हमारा ध्यान पूरी तरह से इन दो राज्यों पर है और हम इन दोनों राज्यों में बहुत आगे और बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और वास्तव में, अगर मैं ऐसा कह सकता हूं, अगले दो से तीन वर्षों में चीन को पीछे छोड़ देंगे।

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