India News (इंडिया न्यूज), Dilip Jaiswal: राजनीति हो और इसमें नेता एक-दूसरे पर कटाक्ष ने करें ऐसा नही हो सकता है। कई बार ये कटाक्ष सीधे तौर पर होता है तो कई बार अप्रत्यक्ष तरीके से मतलब बिना नाम लिए दूसरे पर शब्दों से हमला बोला जाता है। दरअसल सोमवार को एक कार्यक्रम में बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री दिलीप जायसवाल ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव का नाम लिए बगैर निशाना साधा है।
सोमवार को पटना के आईएमए हॉल में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस मौके पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इसके उपरांत समाज में विभिन्न क्षेत्रों में योगदान दे रहे समाजसेवियों को सम्मानित भी किया गया। मौके पर सांसद डॉ. भीम सिंह चंद्रवंशी, आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह आदि उपस्थित रहे।
Dilip Jaiswal: दिलीप जायसवाल
इसी कार्यक्रम में बीजेपी नेता ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि कोई भी चीज दुनिया में असंभव नहीं है। आगे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का नाम लिए बगैर तंज कसते हुए कहा कि हमारी लड़ाई तो नौवीं फेल के साथ है, इसलिए कोई चिंता ही नहीं है मां-बाप तो बाल-बच्चा के लिए बहुत मेहनत करता है, लेकिन बाल-बच्चा कभी-कभी गड़बड़ निकल जाता है। वहीं दूसरी ओर बिहार में चल रहे जमीन सर्वे पर उन्होंने कहा कि आज जिसका बाल-बच्चा दिल्ली, मुंबई या बेंगलुरु में रहता है अगर उसके मां-बाप थोड़ा कष्ट कर जमीन का कागजात सही करा लेते हैं तो बहुत अच्छा है। 10 साल बाद वो बाल-बच्चा बेंगलुरु से नहीं आएगा।
भाजपा नेता ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एक और बात बताई। उन्होंने कहा, “आज हमारे पास एक फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि मैं भारत सरकार के एक बड़े मंत्रालय में बहुत बड़ा अधिकारी हूं। मेरा घर मधुबनी के बिस्फी में है, लेकिन हमको पता नहीं है कि मेरा जो घर है उसका खतियान क्या है, खाता नंबर क्या है, खेसरा नंबर क्या है। आज तक हमने ये जानने की कोशिश नहीं की क्योंकि मेरा तो घर वहां है ही इसलिए क्यों चिंता करें। अब सर्वे हो रहा है तो उसमें सब कुछ चाहिए। अच्छा है इसी बहाने कागजात ठीक हो जाएंगे।”
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दिलीप जायसवाल ने आगे कहा कि हमने कह दिया है कि किसी भी रैयत को कोई दिक्कत नहीं हो इसकी चिंता करनी है। आगे कहा, “मैंने जिस दिन मंत्री की कुर्सी संभाली मैंने कहा कि मंत्री तो भ्रष्टाचारी नहीं होना चाहिए। अगर किसी राज्य का या देश का मंत्री भ्रष्टाचार करता है, गलत पैसा कमाता है, तो उस प्रदेश का नागरिक खुशी नहीं रह सकता है। वहां की जनता को कभी न्याय नहीं मिल सकता है।”