India News(इंडिया न्यूज),Aastha Special Trains: रामलला के दर्शन के लिए देशभर से अयोध्या से चलाई जा रही आस्था स्पेशल ट्रेनों का आवागमन सुरक्षा घेरे में रहेगा। आस्था ट्रेनों के आगे पायलट लोको (खाली इंजन) और उसके पीछे आस्था ट्रेनें चलाई जाएंगी। प्रत्येक ट्रेन में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ), राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के दस्ते तैनात रहेंगे। आस्था ट्रेनों में श्रद्धालु रेलवे टिकट की जगह विशेष आई-कार्ड (पहचान पत्र) लेकर यात्रा करेंगे, जिससे अवैध यात्री कोच में प्रवेश नहीं कर सकेंगे।
आस्था स्पेशल ट्रेनों पर हो सकता है हमला!
सरकारी सूत्रों से मिली खुफिया जानकारी के मुताबिक 25 जनवरी से भगवान श्रीराम के दर्शन के लिए देशभर से अयोध्या के लिए चलाई जा रही आस्था स्पेशल पर्यटक ट्रेनों पर हमला हो सकता है। सूत्रों ने बताया कि राम भक्तों से भरी विशेष ट्रेनों के परिचालन के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इसके तहत हर आस्था स्पेशल ट्रेन के आगे एक पायलट लोको चलाया जाएगा। ताकि पटरी से छेड़छाड़ कर ट्रेन को पटरी से उतारने की मंशा को नाकाम किया जा सके। प्रत्येक आस्था ट्रेन में जीआरपी या आरपीएफ के 4 सशस्त्र जवानों का एक दस्ता तैनात किया जाएगा।
रेलवे ट्रैक की पूरी निगरानी होगी
रेलवे ट्रैक की निगरानी के लिए आरपीएफ, गैंगमैन, ट्रैकमैन आदि कर्मचारियों की संख्या बढ़ा दी गई है। रेलवे के ऑन बोर्ड हाउसकीपिंग सर्विस (ओबीएचएस) कर्मी, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, कैटरिंग वेंडर आदि गले में पहचान पत्र पहनकर ट्रेन में यात्रा करेंगे। इससे कोच में तीर्थयात्रियों के साथ अवैध व्यक्ति यात्रा नहीं कर सकेंगे। आस्था स्पेशल ट्रेन में तीर्थयात्रियों को आईआरसीटीसी की ओर से एक पहचान पत्र जारी किया जाएगा। तीर्थयात्री रेलवे टिकट के स्थान पर उक्त पहचान पत्र के साथ यात्रा करेंगे। जो आने-जाने के लिए मान्य होगा। इस पर उनका नाम, पता, मोबाइल नंबर, उम्र, लिंग, आधार कार्ड नंबर, यात्रा की तारीख, बोर्डिंग और डी-बोर्डिंग स्टेशनों के नाम, आपातकालीन स्थिति में परिवार-रिश्तेदार का मोबाइल नंबर दर्ज किया जाएगा।
आस्था स्पेशल ट्रेन में सभी स्लीपर कोच
आईआरसीटीसी के पर्यटन पोर्टल पर ग्रुप बुकिंग की भी सुविधा होगी। हालाँकि, इन ट्रेनों की बुकिंग रेलवे के पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (PRS) पर उपलब्ध नहीं होगी। आपको बता दें कि आस्था स्पेशल ट्रेन पूरी तरह से स्लीपर होगी। इसके बावजूद ट्रेन में बेडरोल और खानपान की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इसमें एक चादर, एक कंबल, एक तकिया और कवर होगा। प्रत्येक दूसरे कोच में बर्थ संख्या 65 से 70 (6 बर्थ) बेडरोल के लिए आरक्षित रहेंगी। हर कोच में बेड रोल बांटे जाएंगे। कोच और शौचालय की सफाई के लिए प्रत्येक कोच में एक सफाई कर्मचारी होगा।
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