Adani group will repay the loan of 9 thousand crore rupees: अदाणी समूह ने संकट के बीच बड़ा फैसला लिया है। समूह ने सोमवार को एक आधिकारिक बयान में कहा है कि अदानी ग्रीन, अदानी ट्रांसमिशन और अदानी पोर्ट्स के गिरवी रखे शेयरों का परिपक्वता से पहले भुगतान करेगी। अदाणी समूह के बयान के मुताबिक इन शेयरों की कुल कीमत 9 हजार करोड़ रुपये आंकी गई है, जिसे अदाणी समूह आने वाले महीने में चुकाने का फैसला किया है। समूह द्वारा यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब उनके शेयरों में बड़ी गिरावट देखी गई है।

 

किस बैंक ने कितना कर्ज दिया?

देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI ने शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में  कहा कि अदाणी समूह की कंपनियों को 2.6 बिलियन डॉलर यानी करीब 21 हजार करोड़ रुपये का कर्ज दिया है। वहीं, PNB ने अदाणी समूह की कंपनियों को करीब सात हजार करोड़ रुपये का कर्ज दिया है। इनमें ढाई हजार करोड़ रुपये हवाई अड्डे से जुड़े प्रोजेक्ट्स को लेकर दिया गया है।  इसी तरह बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी शुक्रवार को कहा कि अदाणी समूह को दिया गया लोन RBI की तय गाइलाइन का एक चौथाई है। जम्मू कश्मीर बैंक ने भी शुक्रवार को अदाणी समूह को दिए लोन पर अपना बयान जारी किया। कंपनी ने कहा कि उसका करीब 250 करोड़ रुपये का निवेश अदाणी समूह में है। 

 

अदाणी समूह पर कुल कितना कर्ज है?

वैश्विक ब्रोकरेज फर्म CSLA के मुताबिक, अदाणी समूह पर कुल दो लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। बीते तीन साल में ही अदाणी समूह पर कर्जे की रकम दोगुनी हो गई है। कुल कर्जे में भारतीय बैंकों की हिस्सेदारी 40 फीसदी से भी कम यानी 80 हजार करोड़ से भी कम है। इसमें भी प्राइवेट बैंकों से लिया गया कर्ज का प्रतिशत 10 फीसदी से भी कम है। 

आधा हुआ अदाणी समूह का बाजार वैल्यू

उल्लेखनीय है कि  हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा हाल ही में लगाए गए आरोपों के बाद अदाणी लगातार गिरावट देखी गई जिसका नतीजा यह हुआ है कि अंबुजा और एसीसी सीमेंट सहित अडानी समूह की नौ सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार वैल्यू सात दिनों में लगभग आधा घटकर 10 लाख करोड़ हो गया है।