India News (इंडिया न्यूज़),Adhir Ranjan Chowdhury: कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए बयान पर तंज कसते हुए कहा कि गृह मंत्री और सरकार ने यह दिखाने की कोशिश की, कि वे मणिपुर के मुद्दे पर गंभीर हैं। गृह मंत्री ने अपनी मणिपुर की यात्रा में कहा था कि वे मणिपुर 15 दिन बाद फिर आएंगे, उन्होंने वहां के लोगों से 10 वादों की बात कही थी। उन वादों का क्या हुआ? वह मुख्य मुद्दे पर बोलने की बजाए अपनी योजनाओं के बारे में बोलते रहे। हमारा अविश्वास प्रस्ताव लाने का मकसद प्रधानमंत्री को मणिपुर पर बोलने के लिए बाध्य करना था।

राहुल गांधी ने मणिपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं किया

कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा,”हम राजनीति नहीं करते। जब 26/11 मुंबई हमला हो रहा था तो मोदी जी मुंबई गए और वहां प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। राहुल गांधी ने मणिपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं किया। मणिपुर के राज्यपाल से मुलाकात के बाद जब प्रेस ने उन्हें घेरा तो उन्होंने कुछ बातें कहीं। एनडीए और बीजेपी हर चीज में राजनीति करती है, हम नहीं करते।”

वीडियो था तो उन्हें इसे डीजीपी को देना चाहिए था

लोकसभा में आज से अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हुई इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में हिंसा के कारणों और राज्य में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर विस्तृत प्रतिक्रिया दी। अमित शाह ने मणिपुर मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि ये वीडियो (मणिपुर वायरल वीडियो) इस संसद सत्र के शुरू होने से पहले क्यों आया? अगर किसी के पास यह वीडियो था तो उन्हें इसे डीजीपी को देना चाहिए था और उसी दिन (4 मई) कार्रवाई की गई होती।

ये भी पढ़ें – अब डिजिटल दुनिया होगी अधिक सुरक्षित और भरोसेमंद, राज्यसभा में Data Protection Bill 2023 हुआ पारित