India News (इंडिया न्यूज़), Was Told to Falsely Accuse Aaditya Thackeray of Raoing Disha, Killing Her- Anil Deshmukh: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) ने बुधवार को दावा किया कि भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के एक “मध्यस्थ” ने उन्हें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सहित तत्कालीन महा विकास अघाड़ी सरकार में महत्वपूर्ण हस्तियों के खिलाफ हलफनामा देने के लिए कहा था।
अनिल देशमुख ने आदित्य ठाकरे के लिए दबाव डालने के लगाए आरोप
अनिल देशमुख ने दावा किया, “(देवेंद्र) फडणवीस (जो उस समय विपक्ष में थे) ने एक व्यक्ति को मुझसे मिलने के लिए भेजा था, जो अपने साथ हलफनामे लेकर आया था। मुझे उद्धव ठाकरे, (उनके बेटे और तत्कालीन कैबिनेट मंत्री) आदित्य ठाकरे, (तत्कालीन वित्त मंत्री) अजित पवार और (तत्कालीन परिवहन मंत्री) अनिल परब के खिलाफ लिखित आरोप लगाने के लिए कहा गया था।”
अनिल देशमुख ने आरोप लगाया, “मुझसे कहा गया कि अगर मैंने ऐसा किया तो न तो ईडी और न ही सीबीआई मेरे पीछे आएगी। मुझ पर दबाव डाला गया लेकिन मैंने साफ कह दिया कि अगर मुझे आजीवन जेल भी जाना पड़े तो भी मैं झूठे आरोप नहीं लगाऊंगा। मैं नहीं झुका और इसीलिए ईडी और सीबीआई को मेरे पीछे लगाया गया।” उन्होंने आगे दावा किया कि मध्यस्थ ने उनसे एक झूठा हलफनामा देने के लिए कहा, जिसमें आरोप लगाया गया कि आदित्य ठाकरे ने दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान के साथ बलात्कार किया और उसे बालकनी से फेंक दिया।
संजय राउत ने अनिल देशमुख के इस्तीफा देने के पीछे की बताई वजह
अप्रैल 2021 में अनिल देशमुख ने गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था, जब तत्कालीन मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने उन पर शहर के होटल और बार मालिकों से पैसे वसूलने के लिए पुलिस से कहने का आरोप लगाया था। देशमुख के आरोपों को दोहराते हुए शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने दावा किया कि शरद पवार खेमे के एनसीपी नेता को साजिश के तहत जेल भेजा गया है।
संजय राउत ने कहा, “जेल भेजे जाने से पहले अनिल देशमुख पर दबाव बनाया गया था कि वे किसी मामले में उद्धव ठाकरे, शरद पवार, आदित्य ठाकरे का नाम लें, नहीं तो ईडी आपके पीछे लग जाएगी। अनिल देशमुख ने 2 साल पहले जेल में मुझे यह बात बताई थी।”