India News (इंडिया न्यूज),MP Board Exam: मध्य प्रदेश के धार जिले में निजी स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के कारण सोमवार को प्रवेश पत्र नहीं मिलने से 10वीं कक्षा के 31 छात्र परीक्षा से वंचित रह गए। धार जिले के राजोद में निजी स्कूल के बाद अब अर्चना विद्यापीठ ने भी 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए बच्चों के प्रवेश पत्र जारी नहीं किए। 10वीं की परीक्षा से वंचित 31 विद्यार्थियों ने अभिभावकों के साथ सरदारपुर बदनावर मार्ग पर जाम लगा दिया।
नतीजतन, इलाके में यातायात ठप हो गया। अभिभावकों ने निजी स्कूल अर्चना विद्यापीठ पर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया और प्रशासन से तत्काल उक्त निजी स्कूलों के संचालकों के खिलाफ निर्णय लेने की मांग की। धरना स्थल पर मौजूद अभिभावकों ने कहा, राजोद का अर्चना विद्यापीठ हायर सेकेंडरी स्कूल के रूप में संचालित होता है, लेकिन स्कूल में पढ़ने वाले 10वीं के 31 और 12वीं के 44 बच्चे मुसीबत में हैं।
छात्राओं से किया गया झूठा वादा
अभिभावकों ने आगे बताया कि 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं सोमवार से शुरू हुईं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं मंगलवार से शुरू होंगी। स्कूल ने उनके बच्चों के प्रवेश पत्र जारी नहीं किए। छात्रों को झूठा वादा किया गया था कि उन्हें सोमवार सुबह एडमिट कार्ड मिल जाएंगे। अभिभावकों ने प्रशासन से परीक्षा से वंचित छात्रों के भविष्य की सुरक्षा के लिए तत्काल कार्रवाई करने की अपील की है।
पुलिस धरना स्थल पर पहुंची सड़क जाम कर रहे अभिभावकों और बच्चों को समझाने के लिए राजोद थाना प्रभारी समेत अधिकारी पहुंचे, जिसके बाद जाम समाप्त हुआ। जिला शिक्षा अधिकारी लक्ष्मण देवड़ा ने विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों को सभी आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया।
देवड़ा ने कहा, “इस मुद्दे को लेकर संबंधित विभाग और बोर्ड को पत्र लिखा गया है। जल्द ही त्वरित कार्रवाई की जाएगी।”एक छात्रा अर्चना ने अपना गुस्सा व्यक्त करते हुए कहा, “हमें शुक्रवार को बताया गया कि हमारी परीक्षा होने की संभावना नहीं है। हम अपनी परीक्षा देना चाहते हैं। हमारा शैक्षणिक वर्ष बर्बाद नहीं होना चाहिए।”
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