India News(इंडिया न्यूज), NEET Exam: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने 4 जून को नीट यूजी परीक्षा के नतीजे जारी कर दिए हैं। इस परीक्षा में 24 लाख स्टूडेंट्स बैठे थे। इस एग्जाम में मुबंई की आमिना ने 720 स्कोर हासिल किया है, लेकिन अमीना की कहानी दूसरों से अलग है। ऐसे बहुत से बच्चों की कहानियां या तैयारी होती हैं जो बाकी और तैयारी कर रहे बच्चों को प्रेरित करती हैं। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं कि अमीना ने कैसे नीट एग्जाम की तैयारी की थी।
- दो साल का लिया था ड्राप
- तीसरे साल में क्लियर कर लिया नीट एग्जाम
- 720 अंक लाकर किया टॉप
आमिना ने किया टॉप
मुंबई की आमिना कादिवाल बताती हैं कि उन्होंने 12वीं कक्षा पूरी करने के बाद अपनी NEET UG की तैयारी शुरू कर दी थी। अमीना यह भी कहती हैं कि मैं परीक्षा देने के बारे में निश्चित नहीं थी, और अगर NEET UG 2024 में मैं पास नहीं होती, तो फिर किसी ग्रेजुएट कॉलेज में एडमिशन ले लेती। इस बार तीसरे प्रयास में अमीना ने ना सिर्फ 720 अंक हासिल किए है, बल्कि टॉप भी किया है। उन्होंने बताया लगातार दो बार असफल होने के बाद तीसरी बार में सफल होना मेरे लिए किसी सपने के सच होने जैसा है। उन्होंने बताया कि उन्होंने लगातार 12वीं के पढ़ाई के बाद दो साल का ड्राप लिया था। ताकि वो अपने एग्जाम पर फोकस कर सकें और अपने सपने को साकार कर सकें।
अमिना बताती हैं कि वो पहले एक टॉपिक को अच्छे से पढ़ती और फिर उसे 4-5 दिन तक रिवाइज करती थीं।इसके अलावा मॉक टेस्ट कोचिंग पेपर पर भी ध्यान केंद्रित किया। वह अपने द्वारा बनाए गए नोट्स और एनसीईआरटी की किताबों को भी अच्छे से पढ़ती थीं। उनकी स्कूल प्रिंसिपल और उनके पैरेंट्स ने उन्हें NEET UG की तैयारी के लिए कहा। रिवीजन के साथ शाम 6 बजे तक कोचिंग क्लास अटेंड करती थी। जितना वह पढ़ पाती थी उसे ही अच्छे से याद करती थी, रटने का नहीं समझने का प्रयास किया करती थी।
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बढ़ रही मुश्किलें
इस बार देश और बिहार के मेडिकल कॉलेजों में बेहतर अंक प्राप्त करने के बाद भी दाखिला मुश्किल है। नीट रिजल्ट का कटऑफ काफी ऊपर गया है। नतीजतन सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 650 अंक लाकर भी दाखिला होगा या नहीं कहना मुश्किल है। बहुत से विद्यार्शीयों ने अपना अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन अब के दौर में कॉम्पटिशन इस कदर बढ़ गया है कि कट ऑफ जितने नंबर लाने जरूरी हो गए हैं।