India News (इंडिया न्यूज), Rahul Gandhi On WaQf Bill : सरकार ने वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 को लोकसभा और राज्यसभा दोनों से पारित करवा लिया है। राज्यसभा में यह विधेयक 95 के मुकाबले 128 मतों से पारित हुआ। इससे पहले बुधवार देर रात लोकसभा ने इसे अपनी मंजूरी दे दी थी, जिसमें इसके पक्ष में 288 और विपक्ष में 232 सदस्यों ने वोट किया था। विधेयक पारित होने के बाद कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने इसका विरोध किया है और मोदी सरकार की आलोचना की है। उनका मानना है कि यह कानून मुसलमानों के खिलाफ है। अब राहुल गांधी ने भी वक्फ विधेयक को लेकर केंद्र सरकार को घेरा है। कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा कि यह कानून अभी मुसलमानों को निशाना बना रहा है, लेकिन भविष्य में यह अन्य समुदायों को भी प्रभावित कर सकता है।
एक्स पर अपनी पोस्ट में राहुल गांधी ने लिखा कि, मैंने पहले ही कहा था कि वक्फ विधेयक न केवल मुसलमानों बल्कि अन्य धर्मों को भी निशाना बनाने का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। अब आरएसएस ने ईसाई समुदाय पर भी ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया है। ऐसे समय में सिर्फ हमारा संविधान ही है जो हमें ऐसे हमलों से बचा सकता है और इसकी रक्षा करना हम सबकी जिम्मेदारी है। इससे पहले भी राहुल गांधी ने एक अन्य पोस्ट में इस बिल की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि यह बिल मुसलमानों को कमजोर करने और उनकी संपत्ति और धार्मिक अधिकारों को छीनने की कोशिश है। यह संविधान और उसमें दिए गए धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार (अनुच्छेद 25) पर सीधा हमला है।
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राहुल गांधी ने आगे कहा कि कांग्रेस इस कानून का पुरजोर विरोध करती है क्योंकि यह भारत की एकता और लोकतंत्र के खिलाफ है। अगर आप चाहें तो मैं इसे छोटे-छोटे बिंदुओं में या सोशल मीडिया के लिए भी ढाल सकता हूं। वक्फ बिल के पास होने के बाद से ही मुंबई, कोलकाता समेत देश के कई हिस्सों में मुस्लिम समुदाय इसका विरोध कर रहा है। वहीं कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल इसमें उनका साथ दे रहे हैं और लगातार सरकार को घेर रहे हैं। सरकार का मानना है कि इस बिल के लागू होने से गरीब और पिछड़े लोगों को न्याय मिलेगा और उनसे उनके अधिकार नहीं छीने जाएंगे।
फिलहाल मोदी सरकार ने इस बिल को दोनों सदनों में पास कराकर एक जंग जीत ली है, लेकिन अब सरकार के सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि इस बिल के बारे में विरोध कर रहे लोगों को कैसे समझाया जाए, ताकि जगह-जगह हो रहे विरोध प्रदर्शनों को रोका जा सके।