India News (इंडिया न्यूज़), AIMIM, मुंबई: बेंगलुरु में संपन्न दो दिवसीय विपक्षी बैठक में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) को आमंत्रित नहीं किया गया। इस बैठक में बीजेपी विरोधी 26 दलों को न्यौता दिया गया था पर मजलिस को नहीं बुलाया गया। इस पर पार्टी नेता वारिस पठान ने विपक्षियों पार्टिंयों पर निशाना साधा। पठान ने कहा कि तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दल उनके साथ राजनीतिक अछूत जैसा व्यवहार कर रहे हैं।

  • 26 पार्टियों की बैठक हुई
  • गठबंधन का नाम रखा गया
  • पार्टी को न्यौता नहीं

AIMIMके राष्ट्रीय प्रवक्ता ने यह भी सवाल किया कि कोई असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी को कैसे नजरअंदाज कर सकता है। उन्होंने पूछा कि ऐसे कई नेता हैं जो कभी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ थे, जिनमें नीतीश कुमार, उद्धव ठाकरे और महबूबा मुफ्ती शामिल थे। हमने अरविंद केजरीवाल को कांग्रेस को गाली देते हुए देखा था। लेकिन वह भी बेंगलुरु में बैठे हैं। हम (AIMIM) भी 2024 में बीजेपी को हराने के लिए प्रयास कर रहे हैं, लेकिन वे (विपक्षी दल) असदुद्दीन ओवैसी और हमारी पार्टी को नजरअंदाज कर रहे हैं।

गठबंधन का नाम रखा गया

दो दिवसीय संयुक्त बैठक मंगलवार को समाप्त हो गई, जिसमें 26 दल शामिल हुए और गठबंधन का एक नाम तय किया गया। नाम रखा गया – भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन या इंडिया। विदुथलाई चिरुथिगल काची प्रमुख थोल थिरुमावलवन ने कहा कि यह नाम पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा प्रस्तावित किया गया था। वही बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के 38 दलों के नेताओं ने दिल्ली में बैठक की।

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