इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
पिछले कुछ दिनों से राजधानी दिल्ली में बना प्रदूषण का गुबार अब इस कद्र हो गया है कि दिल्ली पूरी दुनिया में सबसे प्रदूषित शहरों में टॉप पर आ गई है। दिल्ली के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
दुनियाभर के एयर क्वालिटी इंडेक्स पर निगरानी रखने वाली संस्था आईक्यू एयर के मुताबिक दुनियाभर के प्रदूषित शहरों में दिल्ली ने टॉप कर लिया है। दिल्ली ही नहीं बल्कि दुनिया के टॉप 10 शहरों में 3 भारतीय महानगर शामिल हैं, जिनमें नंबर 1 पर दिल्ली के अलावा मुम्बई और कोलकाता हैं। दिल्ली-एनसीआर में हवा इस कदर खराब है कि यहां सांस लेना तक खतरनाक हो चुका है। यहां लोगों को अब घरों से न निकलने की सलाह दी जा रही है। राजधानी के यह हालात दिवाली के बाद ज्यादा खराब हुए हैं।
हालांकि, यह हाल सिर्फ दिल्ली में पटाखे और पंजाब-हरियाणा में पराली जलाने की वजह से नहीं है, बल्कि चीन व पाकिस्तान का भी वायु गुणवत्ता सूचकांक काफी खराब हो चुका है। आईक्यू एयर के आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान का लाहौर और चीन का चेंदगू शहर भी इस सूची में शामिल है। दुनियाभर के प्रदूषित शहरों में पाकिस्तान का लाहौर दूसरे स्थान पर है। इसी तरह बुल्गारिया का सोफिया तीसरे और भारत का कोलकाता चौथे स्थान पर है।
देश के 3 प्रदूषित शहरों का एक्यूआई
1. दिल्ली, भारत (556)
2. कोलकाता, भारत (177)
3. मुंबई, भारत (169)
दुनिया के टॉप टेन प्रदूषित शहर
1. दिल्ली, भारत (एक्यूआई: 556)
2. लाहौर, पाकिस्तान (एक्यूआई: 354)
3. सोफिया, बुल्गारिया (एक्यूआई: 178)
4. कोलकाता, भारत (एक्यूआई: 177)
5. जाग्रेब, क्रोएशिया (एक्यूआई: 173)
6. मुंबई, भारत (एक्यूआई: 169)
7. बेलग्रेड, सर्बिया (एक्यूआई: 165)
8. चेंगदू, चीन (एक्यूआई: 165)
9. स्कोप्जे, उत्तरी मैसेडोनिया (एक्यूआई: 164)
10. क्राको, पोलैंड (एक्यूआई: 160)
देश की राजधानी में स्वास्थ्य आपातकाल की चिंता बना पॉल्यूशन
दिल्ली में प्रदूषण की हालत यह है कि यहां स्वास्थ्य आपातकाल की चिंता पैदा हो गई है। विशेषज्ञों ने लोगों को घरों में रहने की सलाह दी है। ऐसे समय में जब Cop-26 जैसे सम्मेलनों में जलवायु परिवर्तन पर गंभीर चचार्एं हो रही है वहीं प्रदूषण भी इस समय सिर्फ भारत की ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की चिंताओं में शामिल है। भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान की निर्णय समर्थन प्रणाली ने बताया कि शुक्रवार को दिल्ली को अन्य शहरों से भी प्रदूषक प्राप्त हुए जिनमें झज्जर, गुरुग्राम, गाजियाबाद और सोनीपत शामिल हैं।
जानिए कैसे तय होता है वायु गुणवत्ता सूचकांक
बता दें कि शून्य से 50 के बीच के वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) को अच्छा, 51 से 100 को संतोषजनक, 101 से 200 के बीच को मध्यम, 201 से 300 के बीच को खराब, 301 से 400 के बीच को बहुत खराब और 401 से 500 के बीच को गंभीर श्रेणी में माना जाता है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के एक विश्लेषण के अनुसार, हर साल एक नवंबर से 15 नवंबर के बीच दिल्ली में लोगों को बेहद दूषित हवा में सांस लेनी पड़ती है।
पराली जलाने से दिल्ली में हालत हुई बदतर
4 हजार से अधिक खेतों में पराली जलाए जाने के कारण दिल्ली के प्रदूषण में शुक्रवार को इसका योगदान 35 प्रतिशत रहा और अपराह्न चार बजे तक 24 घंटे के औसत AQI का स्तर 471 दर्ज किए जाने में पराली जलाए जाने का अहम योगदान रहा। यह इस मौसम में अदक का सबसे खराब स्तर है। अदक बृहस्पतिवार को 411 था।
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