India news(इंडिया न्यूज़), Ajit Pawar: महाराष्ट्र की राजनीति इनदिनों खुब चर्चा में है। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बड़ा बयान दिया है। जिसमें उन्होंने भाजपा-शिंदे सरकार में शामिल होने का वजह बताया है। अजित पवार ने कहा है कि राजनीति में न तो कोई दोस्त होता है ना ही कोई दुश्मन होता है,  एनडीए गठबंधन में इसलिए शामिल हुए ताकि महाराष्ट्र को लोगों की समस्या को हल कर सके। दरअसल यह सभी बातें अजित पवार ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा भले ही हम भाजपा शिवसेना वाले शिंदे गुट के साथ है, लेकिन सभी जातियों और धर्मों के लोगों की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।

विपक्ष पर बोला हमला

बीड में अजित पवार ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला है, उन्होंने कहा है विपक्ष केवल लोगों को गलत जानकारी देता है।  प्याज के बढ़ते दाम पर अजीत पवार ने कहा कि मैंने धनंजय मुंडे को दिल्ली भेजी। धनंजय दिल्ली गए और मदद का अनुरोध किया। गृह मत्री अमित शाह ने तत्काल 24 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से 2 लाख मीट्रिक टन प्याज खरीदी।”बता दें कि बीड एनसीपी नेता धनंजय मुंडे का गृह क्षेत्र है। मुड़े ने एनसीपी में बगावत के बाद अजित पवार का साथ दिया था। धनंजय मुंडे वर्तमान में महाराष्ट्र सरकार में कृषि मंत्री बनाया गया है। कुछ समय पहले ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने भी बीड में एक रैली को संबोधित किया था।

अजित पवार ने किया था एनसीपी से बगावत

अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार से बगावत कर भाजपा-शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे। उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। अजित पवार इस कदम को पूरे देश में बगावत के तौर देखा गया। हलाकि राष्ट्रवादी ग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार इसे बगावत कहने से आज बी इनकार करते हैं। इसके बाद पार्टी में जो गुट हो गए एक गुट के नेता अजीत पवार तो वहीं दूसरे गुट के नेता शरद पवार हैं। एनसीपी के ज्यादा विधायक अजित पवार के साथ है।

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