India News (इंडिया न्यूज), Ajit Pawar Snubbed Sharad Pawar: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले सूबे में राजनीतिक गर्मी बढ़ गई है। पुणे में शनिवार (20 जुलाई) को एक दिलचस्प वाकया हुआ जब एनसीपी प्रमुख अजित पवार और एनसीपी (पवार) अध्यक्ष शरद पवार जिला योजना एवं विकास समिति (डीपीडीसी) की बैठक में शामिल होने पहुंचे। इस जगह के संरक्षक मंत्री होने के नाते अजित पवार विकास परिषद की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस दौरान अजित ने अपने चाचा शरद पवार से कहा कि आपको सवाल उठाने का अधिकार नहीं है। दरअसल, अजित पवार ने नाराजगी जताते हुए शरद पवार पर कहा कि आप केवल आमंत्रित सदस्य हैं और आपको डीपीडीसी की बैठक में सवाल उठाने का अधिकार नहीं है।

शरद पवार को नहीं है प्रश्न पूछने का अधिकार

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि विधायक और सांसद समिति की बैठकों में केवल आमंत्रित सदस्य होते हैं। उन्हें जिला योजना समिति की बैठक में बोलने और सवाल उठाने का कोई अधिकार नहीं है। इस बैठक में शरद पवार के अलावा सांसद सुप्रिया सुले भी मौजूद थीं। वहीं बैठक के दौरान जब अजित पवार ने पुणे में महत्वपूर्ण कार्यों के बारे में सवाल पूछे तो उन्होंने सुप्रिया सुले और शरद पवार से कहा कि नियमों के अनुसार विधायकों और सांसदों को जिला नियोजन समिति की बैठक में बोलने या सवाल उठाने का अधिकार नहीं है। दरअसल, बैठक में शरद पवार, सुप्रिया सुले, अमोल कोल्हे और कुछ विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र के सवाल, मुद्दे और समस्याएं उठा रहे थे।

Jio Recharge Plan: करोड़ों यूजर्स को Jio का बड़ा तोहफा, चुपके से लॉन्च किया लंबी वैलिडिटी वाला सस्ता 5G प्लान

शरद पवार ने क्या पूछा था?

एनसीपी (पवार) अध्यक्ष शरद पवार ने पूछा था कि कृपया तहसीलवार आंकड़े दिखाएं कि किसको कितना फंड आवंटित किया गया है और उन्होंने इसे विकास कार्यों पर कैसे खर्च किया है। इससे अधिक स्पष्टता होगी। सभी को समझ में आ जाएगा। इस पर अजित पवार ने कहा कि बैठक में केवल डीपीडीसी सदस्य ही बोल सकते हैं। अन्य आमंत्रित सदस्यों को जिला नियोजन समिति की बैठक में बोलने और सवाल उठाने का कोई अधिकार नहीं है। इससे पहले जब अजित पवार जिला नियोजन और विकास समिति की बैठक में भाग लेने पुणे पहुंचे तो शरद पवार अपनी कुर्सी छोड़कर खड़े हो गए।

हालांकि, एनसीपी (एसपी) बारामती की सांसद सुप्रिया सुले ने दावा किया कि उनके पिता ने प्रोटोकॉल का पालन करते हुए खड़े हुए। लेकिन जब डिप्टी सीएम ने विकास निधि के वितरण के बारे में सवाल पूछा तो उन्होंने आपत्ति जताई। 83 वर्षीय शरद पवार ने राज्यसभा सदस्य के रूप में जिला योजना और विकास परिषद (डीपीडीसी) की बैठक में भाग लिया था।

Budget 2024: इस बार का बजट क्या बदलेगा किसानों की हालत? नौकरी पेशा वर्ग को मिलेगी राहत,  23 जुलाई को ये बड़े ऐलान