India News (इंडिया न्यूज), Akash Anand BSP: बहुजन समाजवादी पार्टी की प्रमुख मायावती ने पार्टी के लिए बड़ा फैसला लिया है। उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमत्री मायावती ने आधिकारिक तौर पर भतीजे आकाश आनंद को बसपा में अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया है। हालांकि  बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को छोड़कर अपने भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी बनाया है। बीएसपी चीफ मायावती की नजर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड पर बनी रहेगी।

बता दें कि रविवार को लखनऊ BSP की सुप्रीमो मायावती ने आयोजित पार्टी बैठक के दौरान ये फैसला लिया है। आकाश आनंद राजनीति में पिछले कुछ दिनों से सक्रिय दिख रहे हैं। आकाश आनंद की राजनीति में एंट्री साल 2017 में हुई थी। तब वे पहली बार मायावती के साथ मंच पर दिखे थे।

कुछ समय पहले सौंपी थी 4 राज्यों की जिम्मेदारी

रविवार सुबह हुई बैठक में मायावती आकाश आनंद के साथ पहुंची थी। कुछ समय पहले ही आकाश आनंद को 4 राज्यों की जिम्मेदारी बसपा ने सौंपी थी। पिछले तकरीबन 6 सालों में आकाश की भूमिका पार्टी में बढ़ी थी। शुरुआति दिनों में मायावती ने अपने साथ आकाश का परिचय मंचों से करवाया था। बसपा की सुप्रीमो मायावती ने आकाश को पार्टी को ऑर्डिनेटर जैसा महत्वपूर्ण स्थान दिया था। आकाश ने दूसरे राज्यों में संगठन की बैठक में सभाएं भी की। गौरतलब है कि आकाश आनंद मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार बेटे हैं।

पार्टी पहले ही दे चुकी है ये भार

अगर बात आकाश आनंद के सियासत में कदम रखने की करें तो वो साल 2017 में राजनीति में आए। 2017 में बीएसपी सुप्रीम मायावती ने बड़ी रैली कर आकाश आनंद को राजनीति में उतारा था। हालांकि फिलहाल, आकाश पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर भी हैं। उत्तर प्रदेश में आकाश की लॉन्चिंग के बाद से ही मायावती की बीएसपी पार्टी लगातार कमजोर हुई।

साल 2017 और 2019 में जहां बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा तो वहीं 2022 के यूपी चुनाव में तो बसपा महज एक सीट पर रह गई। बीएसपी में आई ये गिरावट के बाद ऐसे कहा जा सकता है कि पार्टी पुरानी तो हैं लेकिन मजबूत नहीं है।

संगठन में छीड़ सकती है बहस

बीएसपी सुप्रीम मायावती ने जैसे ही भतीजे को उत्तराधिकारी घोषित किया तो वैसे ही सियासी गलियारों में आकाश आनंद की सांगठनिक क्षमता को लेकर एक नई बहस छीड़ने की पूरी संभावना है। बसपा ने अनुभवी नेताओं के दर किनारे कर युवा चेहरे पर दांव क्यों लगाया? हालांकि से लेकर अभी तक कोई राजनीतिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

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