इंडिया न्यूज, अयोध्या:
भगवन श्री राम की नगरी अयोध्या में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ज्ञानवापी सर्वे को लेकर विवादित बयान दिया है। अखिलेश ने कहा कि “हमारे हिंदू धर्म में कहीं पर भी पत्थर रख दो, एक लाल झंडा रख दो, पीपल के पेड़ के नीचे तो मंदिर बन गया।’ अखिलेश ने अपने बयान के बीच इशारों में बाबरी मस्जिद को याद कर कहा कि “एक समय ऐसा था कि रात के अंधेरे में मूर्तियां रख दी गई थीं। ये बुलडोजर सिर्फ धर्म, जाति और हमारे मुसलमान भाइयों को डराने के लिए है। कार्रवाई बड़े लोगों के लिए नहीं है।’
अखिलेश ने आगे कहा कि “अयोध्या जैसे पवित्र स्थान पर 5 साल की बच्ची से रेप होता है। वहां बुलडोजर नहीं चलाया गया। केवल गरीब पर चलता है। एक व्यक्ति सब्जी लेने गया था, उस पर भी बुलडोजर चल गया।”
भाजपा पर साधा निशाना
अखिलेश सिद्धार्थनगर से लौटते समय अयोध्या में रुके, जहां उन्होंने एक होटल में प्रेसवार्ता की। प्रेसवार्ता में अखिलेश ने कहा कि “देश में महंगाई बढ़ी है, वह भाजपा ने बढ़ाई है। भाजपा ज्ञानवापी का मुद्दा जानबूझकर उठा रही है। अभी तक एक योजना चला रही थी, कि वन नेशन वन राशन, लेकिन अब योजना चला रही है कि वन नेशन वन उद्योग पति। सभी का ध्यान ज्ञानवापी मस्जिद की ओर करके भाजपा उद्योगों को बेच रही है।”
अखिलेश ने आगे कहा कि “ज्ञानवापी मस्जिद के बहाने सरकार गेहूं को विदेश भेजकर कुछ लोगों को फायदा पहुंचा रही है। सभी ने निर्यात पर रोक लगाए जाने का समाचार पढ़ा और सुना होगा, लेकिन गेहूं विदेश भेजने का नहीं सुना होगा। देश के बंदरगाहों पर खड़े हजारों ट्रक गेहूं रोक के बावजूद भी विदेश भेज दिए गए।”
बिजली का बिल न देने पर जबरन हो रही वसूली
अखिलेश ने आगे कहा कि “मुख्यमंत्री योगी जी गरीबों की दुकान हटाना चाहते है, होर्डिंग हटाना चाहते है। पहले गरीब को राशन दिया। अब उनकी महंगे दाम में वसूली करना चाहते है। प्रदेश में बिजली कटौती जारी है। इसके बीच लोगों के घरों में बिजली का बिल पहुंचने लगा है। बिजली का बिल न देने पर उन्हें धमकाया जा रहा है।”
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